2045 तक वैश्विक स्तर पर ऊर्जा की मांग में 23 प्रतिशत की होगी वृद्धि, 12.1 ट्रिलियन डॉलर के निवेश की जरूरत
2045 तक वैश्विक तेल उद्योग को 12.1 ट्रिलियन डालर के निवेश की जरूरत होगी लेकिन यह उद्योग इस निवेश तक पहुंचने के लिए अभी तक सही रास्ते पर नहीं पहुंचा है। ओपेक इस महीने के अंत में तेल की मांग को लेकर अपना पहला आउटलुक प्रकाशित करेगा। सूत्रों का कहना है कि अगले वर्ष के लिए तेल की मांग को लेकर ओपेक का दृष्टिकोण उत्साहित रह सकता है।
By AgencyEdited By: Shashank MishraUpdated: Wed, 12 Jul 2023 05:00 AM (IST)
अबुजा, रायटर। वैश्विक स्तर पर सभी प्रकार की ऊर्जा मांग में 2045 तक 23 प्रतिशत की बढ़ोतरी होगी। तेल उत्पादक देशों के संगठन ओपेक के महासचिव हैथम अल घिस ने मंगलवार को नाइजीरिया में तेल एवं गैस सम्मेलन के दौरान यह बात कही। सम्मेलन में ओपेक देशों के प्रतिनिधियों ने तेल क्षेत्र में लगातार निवेश जारी रखने का मुद्दा उठाया और चेताया कि ऐसा नहीं करने पर इसकी कीमतों में बढ़ोतरी होगी।
हमें ऊर्जा के सभी स्वरूपों की आवश्यकता होगी: अल घिस
अल घिस ने कहा कि नई तेल परियोजनाओं के वित्तपोषण को सीमित करने या रोकने का आह्वान अवास्तविक और मूर्खतापूर्ण था। हालांकि, उन्होंने फासिल (जीवाश्म) ईंधन के लगातार उत्पादन में प्रौद्योगिकी की आवश्यकता को स्वीकार किया। मांग में बढ़ोतरी के अनुमान पर अल घिस ने कहा कि हमें ऊर्जा के सभी स्वरूपों की आवश्यकता होगी।
ओपेक के महासचिव ने कहा कि 2045 तक वैश्विक तेल उद्योग को 12.1 ट्रिलियन डालर के निवेश की जरूरत होगी, लेकिन यह उद्योग इस निवेश तक पहुंचने के लिए अभी तक सही रास्ते पर नहीं पहुंचा है। सूत्रों का कहना है कि अगले वर्ष के लिए तेल की मांग को लेकर ओपेक का दृष्टिकोण उत्साहित रह सकता है।
2024 के लिए ओपेक का पूर्वानुमान
ओपेक इस महीने के अंत में तेल की मांग को लेकर अपना पहला आउटलुक प्रकाशित करेगा। सूत्रों के अनुसार, 2024 के लिए ओपेक का पूर्वानुमान संभवत: इस वर्ष की 23.5 लाख बैरल प्रतिदिन मांग से कम हो सकता है।