Haj Yatra Death: भीषण गर्मी ही नहीं ये भी है हज यात्रियों की मौत की वजह, अब तक 1300 से अधिक मरे; इस देश के हैं सबसे ज्यादा मृतक
Haj 2024 Death Toll सऊदी अरब में भीषण गर्मी के चलते इस साल हज यात्रा करने पहुंचे 1300 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। हर दिन आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। 95 तीर्थयात्रियों का अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है जिनमें से कुछ को राजधानी रियाद में इलाज के लिए हवाई मार्ग से ले जाया गया था। वहीं मौत की एक और वजह भी सामने आई।
एपी, काहिरा। Haj 2024 Death Toll सऊदी अरब में इस साल भीषण गर्मी कहर बनकर आई है। इस बार हज यात्रा करने पहुंचे 1300 से अधिक लोगों की इस चिलचिलाती गर्मी के कारण मौत हो चुकी है। हर दिन मौत का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है।
सऊदी अरब के स्वास्थ्य मंत्री फहद बिन अब्दुर्रहमान अल-जलाजेल ने कहा कि 1301 मौतों में से 83 फीसद बिना पंजीकृत के आए तीर्थयात्री थे, जो पवित्र शहर मक्का और उसके आसपास हज की रस्में निभाने के लिए भीषण गर्मी में लंबी दूरी तय करते थे।
ज्यादातर मृत तीर्थयात्रियों के पास कोई दस्तावेज नहीं
राज्य के स्वामित्व वाले अल एखबरिया टीवी से बात करते हुए मंत्री ने कहा कि 95 तीर्थयात्रियों का अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है, जिनमें से कुछ को राजधानी रियाद में इलाज के लिए हवाई मार्ग से ले जाया गया था। उन्होंने कहा कि पहचान प्रक्रिया में देरी हुई, क्योंकि उनमें से कई मृत तीर्थयात्रियों के पास पहचान संबंधी कोई दस्तावेज नहीं थे।मिस्र से हैं सबसे ज्यादा मृतक
मंत्री ने आगे कहा कि मृतकों को मक्का में दफनाया गया, लेकिन उन्होंने विस्तृत जानकारी नहीं दी। मृतकों में 660 से अधिक मिस्र के लोग शामिल हैं। काहिरा में दो अधिकारियों के अनुसार, उनमें से 31 को छोड़कर बाकी सभी अनधिकृत तीर्थयात्री थे। मिस्र ने 16 ट्रैवल एजेंसियों के लाइसेंस रद्द कर दिए हैं, जिन्होंने अनधिकृत तीर्थयात्रियों को सऊदी अरब की यात्रा करने में मदद की थी।मिस्र ने इस साल 50,000 लोगों को मक्का भेजा
नाम न बताने की शर्त पर बात करने वाले अधिकारियों ने कहा कि ज़्यादातर मृतकों की रिपोर्ट मक्का के अल-मुआइसम पड़ोस में आपातकालीन परिसर में की गई थी। मिस्र ने इस साल 50,000 से ज्यादा अधिकृत तीर्थयात्रियों को सऊदी अरब भेजा।सऊदी अधिकारियों ने अनधिकृत तीर्थयात्रियों पर कार्रवाई की, जिसमें हजारों लोगों को निकाला गया। लेकिन कई, ज़्यादातर मिस्र के लोग, मक्का और उसके आस-पास के पवित्र स्थलों तक पहुंचने में कामयाब रहे।