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इस्माइल हानिया की हत्या कोई पहली नहीं, टारगेट किलिंग में इजरायल का है पुराना इतिहास; कई दुश्मनों का ऐसे ही किया खात्मा

Hamas leader killing इजरायल का टार्गेट किलिंग का इतिहास बहुत पुराना है। हानिया का खात्मा कोई पहला नहीं है। इस बात का जिक्र इजरायल के ही एक पत्रकार रोनेन बर्गमैन ने अपनी 2018 की पुस्तक राइज एंड किल फर्स्ट में किया है। इस पुस्तक में इजरायली पत्रकार ने कई खुलासे किए हैं। दूसरी ओर तेहरान ने इजरायल पर ईरान के अंदर कई हत्याओं का आरोप लगाया है।

By Jagran News Edited By: Mahen Khanna Updated: Thu, 01 Aug 2024 04:39 PM (IST)
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Hamas leader killing इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू।
जागरण डिजिटल डेस्क। Hamas leader killing इजरायल ने हमास के टॉप कमांडर इस्माइल हानिया (Ismail Haniyeh killed) की बुधवार को हत्या कर दी। इजरायल ने इरान के तहरान में ही इस हत्या को अंजाम दिया, जो एक टार्गेट किलिंग थी। 

इजरायल में टार्गेट किलिंग का पुराना इतिहास

बता दें कि इजरायल का टार्गेट किलिंग का इतिहास बहुत पुराना है। हानिया का खात्मा कोई पहला नहीं है। इस बात का जिक्र इजरायल के ही एक पत्रकार रोनेन बर्गमैन ने अपनी 2018 की पुस्तक "राइज एंड किल फर्स्ट" में किया है। इस पुस्तक में इजरायली पत्रकार ने कई खुलासे किए हैं।

टूथपेस्ट, रिमोट-कंट्रोल बम से कई दुश्मनों का खात्मा

पत्रकार ने बताया कि इजरायल ने जहरीले टूथपेस्ट, रिमोट-कंट्रोल बम वाले स्पेयर टायर और फोन बम से 2,700 से अधिक ऑपरेशन किए, जिसका किसी को भी अंदाजा तक नहीं हुआ। इसमें यह भी बताया गया कि इजरायली सेना ने लंबे समय तक फलस्तीनी नेता रहे यासर अराफात को जहर दिया, हालांकि इजरायल इसे नकारता रहा है। दूसरी ओर तेहरान ने इजरायल पर ईरान के अंदर कई हत्याओं का आरोप लगाया है। 

ईरान के परमाणु वैज्ञानिक की भी हत्या

  • नवंबर 2020 में भी ये आरोप लगा था कि इजरायल की खुफिया अजेंसी ने ईरान के परमाणु हथियार कार्यक्रम में एक प्रमुख वैज्ञानिक मोहसेन फखरीजादेह को घात लगाकर मार दिया था। यह हत्या रिमोट-कंट्रोल मशीन गन से की गई थी। मोहसेन कई वर्षों से इजरायली खुफिया एजेंसियों मोसाद के निशाने पर था।
  • 2010 में भी तेहरान के अलग-अलग इलाकों में 20 मिनट के अंतराल पर दो अन्य लोगों को कार बम से निशाना बनाया गया था। एक की मौत हो गई, दूसरा घायल हो गया। 
  • मई 2022 में रिवोल्यूशनरी गार्ड्स अधिकारी कर्नल सयाद खोदायी को मोटरसाइकिल पर सवार दो हत्यारों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। ईरान ने इस हत्या के लिए इजरायल को दोषी ठहराया था।
2022 में भी दो ईरानी वैज्ञानिक अचानक बीमार पड़ गए और सैकड़ों मील दूर शहरों में एक-दूसरे से कुछ ही दिनों के भीतर उनकी मृत्यु हो गई। ईरान का मानना ​​था कि इजरायल ने उनके भोजन में जहर मिलाया था।  NYT और ब्लूमबर्ग से जानकारी ली गई।