Hamas New Chief: कभी इजरायल के जहरीले हमले को दी थी मात, अब बन सकते हैं हमास के नए मुखिया; कौन है खालिद मेशाल?
Hamas New Chief इजरायल द्वारा ईरान के तेहरान में किए गए हवाई हमले में इस्माइल हानिया की मौत हो गई। इस बीच अब हमास के नए चीफ को लेकर कयास लगने लगे हैं। फलस्तीनी संगठनों के विशेषज्ञ हानी अल-मसरी ने कहा कि अब हमास चीफ बनने के लिए वरिष्ठ अधिकारी और पूर्व नेता खालिद मशाल का नाम सबसे आगे है।
जागरण डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। Hamas New Chief फलस्तीन के आतंकवादी समूह हमास के चीफ रहे इस्माइल हानिया की बीते दिन इजरायल द्वारा हत्या कर दी गई। इजरायल की सेना आईडीएफ द्वारा ईरान के तेहरान में किए गए हवाई हमले में इस्माइल हानिया की मौत हो गई। इस बीच अब हमास के नए चीफ को लेकर कयास लगने लगे हैं।
खालिद मशाल का नाम सबसे आगे
टाइम्स ऑफ इजरायल के अनुसार, फलस्तीनी संगठनों के विशेषज्ञ हानी अल-मसरी ने कहा कि अब हमास चीफ बनने के लिए वरिष्ठ अधिकारी और पूर्व नेता खालिद मशाल का नाम सबसे आगे है। वहीं, हमास के एक शक्तिशाली व्यक्ति खलील अल-हय्या जो हानीया के करीबी थे, वो भी रेस में हैं।
नेतन्याहू ने लिया बदला
माना जा रहा है कि दक्षिणी इसराइल पर पिछले साल 7 अक्टूबर को हुए बड़े हमले के बाद हानिया को मारने से नेतन्याहू का बदला पूरा हुआ है। लगभग 10 महीने पहले गाजा में शुरू हुए युद्ध के बाद से नेतन्याहू दबाव में थे।इजरायल ने की थी जहर देकर मारने की कोशिश
समाचार एजेंसी रायटर के अनुसार, खालिद मेशाल को हमास का नया नेता माना जा रहा है। मेशाल का नाम वर्ष 1997 में पूरी दुनिया में तब चर्चित हुआ जब इजरायली एजेंटों ने जॉर्डन की राजधानी अम्मान में उनके कार्यालय के बाहर सड़क पर उनकी हत्या के असफल प्रयास में उन्हें जहर का इंजेक्शन दिया।
हमास के गठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई
15 साल की उम्र में मुस्लिम ब्रदरहुड में शामिल हुए मेशाल ने अपना अधिकांश जीवन फलस्तीनी क्षेत्रों के बाहर बिताया है। वेस्ट बैंक के शहर रामल्लाह के पास सिलवाड में ब्रदरहुड ने 1980 के दशक के अंत में इजरायली कब्जे के खिलाफ पहले फलस्तीनी विद्रोह के दौरान हमास के गठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
मेशाल कई वर्षों तक विदेश से हमास के लिए पैरवी करने से पहले एक स्कूल शिक्षक बन गए, जबकि समूह के अन्य नेता लंबे समय तक इजरायली जेलों में बंद रहे। वह जॉर्डन में अंतरराष्ट्रीय धन उगाहने के प्रभारी थे, जब वे हत्या से बाल-बाल बचे थे।