Iran के जासूस ने ही दी थी Hassan Nasrallah के ठिकाने की जानकारी, भेदिए की वजह से गई हिजबुल्लाह प्रमुख की जान
Hassan Nasrallah death हसन नसरल्लाह की मौत पर नया खुलासा हुआ है। नसरल्लाह की मौत के बाद सभी के मन में सवाल है कि आखिर कैसे इजरायल को उसके ठिकाने के बारे में पता चला। अब सामने आया है कि इसके पीछे एक ईरानी जासूस का हाथ है। नसरल्लाह के मारे जाने से कुछ घंटे पहले एक ईरानी जासूस ने खास जानकारी दी थी।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इजरायल के ताबड़तोड़ हवाई हमलों में हिजबुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह (Hassan Nasrallah) की मौत हो गई। नसरल्लाह की मौत के बाद सभी के मन में सवाल है कि आखिर कैसे इजरायल को उसके ठिकाने के बारे में पता चला। अब सामने आया है कि इसके पीछे एक ईरानी जासूस का हाथ है।
ईरानी जासूस ने कुछ घंटे पहले ही दी जानकारी
फ्रांसीसी अखबार ले पेरिसियन ने बताया है कि लेबनान के बेरूत में हवाई हमले में हिजबुल्लाह नेता सैय्यद हसन नसरल्लाह के मारे जाने से कुछ घंटे पहले एक ईरानी जासूस ने इजरायली अधिकारियों को उनके ठिकाने के बारे में जानकारी दी थी।
हिजबुल्लाह के भूमिगत मुख्यालय में था नसरल्लाह
लेबनान में एक सुरक्षा सूत्र का हवाला देते हुए, रिपोर्ट में कहा गया है कि जासूस ने इजरायली अधिकारियों को बताया था कि नसरल्लाह संगठन के कई शीर्ष सदस्यों के साथ बैठक में भाग लेने के लिए बेरूत के दक्षिणी उपनगरों में हिजबुल्लाह के भूमिगत मुख्यालय में होगा।
इजरायल ने जासूसों को दिया बढ़ावा
- न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, हिजबुल्लाह के खिलाफ इजरायल की हालिया सफलताएं देश के इस निर्णय का प्रत्यक्ष परिणाम हैं कि उसने 2006 में ईरान समर्थित समूह के साथ युद्ध के बाद हिजबुल्लाह को निशाना बनाने के लिए कहीं अधिक खुफिया संसाधनों को समर्पित किया।
- रिपोर्ट में कहा गया है कि इजरायली सेना और खुफिया एजेंसियों ने कई साल तक खुफिया जानकारी जुटाई।
- इसके बाद के कई वर्षों तक इजरायल ने हिजबुल्लाह के नेतृत्व और रणनीति के बारे में जानकारी एकत्र करने के लिए बहुत सारे संसाधनों का इस्तेमाल किया।
- NYT की रिपोर्ट में कहा गया है कि इजरायल की खुफिया एजेंसी यूनिट 8200 ने हिजबुल्लाह के सेलफोन और अन्य संचार को बेहतर ढंग से रोकने के लिए अत्याधुनिक साइबर उपकरण बनाए।