World Hindi Conference: फिजी के नांदी शहर में तीन दिन Hindi पर चर्चा करेंगे दुनियाभर के हिंदी प्रेमी
विश्व हिंदी सम्मेलन की स्मारिका में हिंदी की चुनौतियों और अवसरों पर विशेषज्ञों के लेख प्रकाशित हैं। उद्घाटन सत्र के बाद विभिन्न सत्रों में हिंदी और तकनीक से लेकर हिंदी और सिनेमा जैसे विषयों पर विशेषज्ञ विमर्श करेंगे। भारत से 254 प्रतिनिधि पहुंचे 12 हिंदी सेवी सम्मानित होंगे।
By Jagran NewsEdited By: Shashank MishraUpdated: Tue, 14 Feb 2023 10:51 PM (IST)
अनंत विजय, नांदी, फिजी। फिजी द्वीप समूह गणराज्य के शहर नांदी में बारहवें विश्व हिंदी सम्मेलन का शुभारंभ आज (बुधवार) सुबह स्थानीय समय के अनुसार नौ बजे भारत और फिजी के राष्ट्रगान के साथ होगा। इसके बाद फिजी के प्रधानमंत्री एस राबुका और विदेश मंत्री एस.जयशंकर दीप प्रज्जवल करके सम्मेलन की औपचारिक शुरुआत करेंगे। विश्व हिंदी सम्मेलन का आयोजन नांदी शहर के देनाराऊ आइलैंड कन्वेंशन सेंटर में होगा।
हिंदी के शिक्षक, लेखक और कई दलों के सांसद भी शामिल
दुनिया के कई देशों के चार सौ से अधिक हिंदी प्रेमी नांदी पहुंच चुके हैं। उद्घाटन समारोह में वृंदावन की गीतांजलि शर्मा अपने साथी कलाकारों के साथ ब्रजरास और मयूर नृत्य पेश करेंगी। गीतांजलि शर्मा ने अपने साथी कलाकारों के साथ समारोह की पूर्व संध्या पर मयूर नृत्य का अभ्यास किया। इस अवसर पर एक विशेष डाक टिकट भी जारी किया जाएगा और स्मारिका का विमोचन भी होगा।
विश्व हिंदी सम्मेलन की स्मारिका में हिंदी की चुनौतियों और अवसरों पर विशेषज्ञों के लेख प्रकाशित हैं। उद्घाटन सत्र के बाद विभिन्न सत्रों में हिंदी और तकनीक से लेकर हिंदी और सिनेमा जैसे विषयों पर विशेषज्ञ विमर्श करेंगे। इस सम्मेलन में भाग लेने के लिए भारत से विशेष विमान से 254 प्रतिनिधि आए हैं जिनमें हिंदी के शिक्षक, लेखक, भाषाकर्मी और कई दलों के सांसद भी शामिल हैं।
हिंदी सेवियों को किया जाएगा सम्मानित
सम्मेलन के आखिरी दिन 12 हिंदी सेवियों को सम्मानित भी किया जाएगा। विदेश राज्यमंत्री वी.मुरलीधरन ने बताया कि फिजी में हिंदी सम्मेलन के पीछे गिरमिटिया जनता के साथ संवाद और संबंध मजबूत करने की कोशिश होगी। वी.मुरलीधरन के मुताबिक इस वर्ष भारत और फिजी के राजनयिक संबंधों के 75 वर्ष हुए हैं ऐसे में इस आयोजन का विशेष महत्व है।2014 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने फिजी की यात्रा की थी और तब यहां फोरम फार इंडिया पैसेफिक आईलैंड कोआपरेशन की स्थापना हुई थी। ये मंच भारत और प्रशांत महासागर के 14 देशों के सहयोग के मंच के रूप में अस्तित्व में आया था। 2017 में जब फिजी में तूफान ने तबाही मचाई थी तब भारत ने पांच टन सब्जियों के बीज भेजे थे। 2021 में फिर सात टन खाद्यान्न के बीज भेज गए थे। 2021 में ही कोरोना महामारी के दौरान भारत ने फिजी को वैक्सीन मैत्री के तहत वैक्सीन की एक लाख डोज भेजी थी।