लाल सागर में नहीं रुक रहा हाउती आतंकियों का आतंक, अब एक और जहाज को डुबोया; मिसाइलों से किया हमला
लाल सागर में एक और जहाज को हाउती आतंकियों की ओर से डुबो दिया गया। इससे पहले दो मार्च को एक ब्रिटिश जहाज रूबीमार हाउती हमले में डूब गया था। लाइबेरियन झंडे वाले ग्रीक के जहाज ट्यूटर पर 12 जून को दो बार हमला बोला गया। वह कोयला लेकर जा रहा था। पहले रिमोट कंट्रोल से चलने वाले विस्फोटकों से भरे वोट को जहाज से टकरा दिया गया।
रॉयटर, काहिरा। लाल सागर में एक और जहाज को हाउती आतंकियों की ओर से डुबो दिया गया। इससे पहले दो मार्च को एक ब्रिटिश जहाज रूबीमार हाउती हमले में डूब गया था। लाइबेरियन झंडे वाले ग्रीक के जहाज ट्यूटर पर 12 जून को दो बार हमला बोला गया। वह कोयला लेकर जा रहा था। पहले रिमोट कंट्रोल से चलने वाले विस्फोटकों से भरे वोट को जहाज से टकरा दिया गया। बाद में जहाज पर मिसाइलों से हमला बोला गया। इसमें जहाज पर मौजूद एक क्रू सदस्य की मौत हो गई।
यह हमला बंदरगाह शहर होदेइदाह से लगभग 66 समुद्री मील दक्षिण पश्चिम में किया गया।ब्रिटिश मेरीटाइम ट्रेड आपरेशंस (यूकेएमटीओ) की ओर से कहा गया है कि अंतिम समय में रिपोर्ट किए गए स्थान पर सैन्य अधिकारियों को मलबा और चारों ओर तेल फैला नजर आया। हालांकि, ट्यूटर के मैनेजर की ओर से इसे लेकर कोई जानकारी नहीं दी गई है।
पिछले वर्ष नवंबर से निशाना बनाया जा रहा
हाउती की ओर से लाल सागर से गुजरने वाले व्यावसायिक जहाजों को पिछले वर्ष नवंबर से निशाना बनाया जा रहा है। वह इन हमलों को इजरायल की ओर से गाजा पर किए जा रहे हमले के विरोध में की गई कार्रवाई बताता है। इस बीच, हाउती ने बुधवार को कहा कि अमेरिकी नेतृत्व वाले हवाई हमलों ने यमन के रेमा को निशाना बनाया है।लाल सागर से होकर जहाज ले जाने से इनकार कर रहे नाविक
हाउती आतंकियों का लाल सागर में हमला बढ़ने के साथ ही चालक दल के सदस्यों में डर बढ़ता जा रहा है। 15 से अधिक चालक दल के सदस्यों और शिपिंग उद्योग के अधिकारियों के साक्षात्कार में पता चला है कि हाउती द्वारा व्यापारिक जहाजों पर हमले जारी रहने के कारण नाविक लाल सागर से जहाज ले जाने से इन्कार कर रहे हैं।पहले से ही दुनिया भर में नाविकों की कमी का सामना कर रहे उद्योग के लिए यह बड़ा सिरदर्द बनता जा रहा है। मेंटल हेल्थ सपोर्ट साल्यूशंस के सीईओ और नैदानिक मनोविज्ञानी चार्ल्स वाटकिंस ने लाल सागर से गुजरने वाले दो जहाजों के 40 नाविकों से मुलाकात की है। कई लोग इसे छोड़ने पर विचार कर रहे हैं।