Iran-Pak Tension: क्या एक और जंग की हुई शुरुआत? पाकिस्तान-ईरान की एयर स्ट्राइक पर भारत और चीन किसके साथ
पाकिस्तान ने गुरुवार को ईरान के सिस्तान-बलूचिस्तान प्रांत में आतंकी ठिकानों पर मिसाइलें दागी। इस हमले में चार बच्चों सहित सात लोगों की मौत हो गई। इससे पहले ईरान ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया था जिसमें दो बच्चों सहित चार की मौत हुई थी। इस प्रकार अबतक 11 लोगों की मौत हो चुकी है। ऐसे में हम जानेंगे कि भारत सहित अन्य देशों ने क्या कुछ कहा।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आंख के बदले आंख सारे विश्व को अंधा कर देगी। यह कहावत तकरीबन हर किसी ने सुनी और पढ़ी होगी, लेकिन मौजूदा दुनिया में इसका जीता-जागता उदाहरण देखने को मिल रहा है। रूस और यूक्रेन के बीच तकरीबन 23 माह से युद्ध चल रहा है। दूसरी और इजरायल और हमास के बीच युद्ध को 100 दिन से ज्यादा समय बीत चुका है और अब ईरान और पाकिस्तान अब आमने-सामने हैं।
हालांकि, दोनों देशों के बीच युद्ध की स्थिति नहीं है। बस बात आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई की हो रही है। पहले ईरान और अब पाकिस्तान ने आतंकवादी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई की, लेकिन दोनों देशों ने एक-दूसरे के एयरस्पेस का उल्लंघन कर यह कार्रवाई की। दोनों देशों की कार्रवाई में अबतक 11 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि, स्थानीय मीडिया के दावे इससे अलग हैं।
ईरान ने बलूचिस्तान प्रांत में दागी थीं मिसाइलें
ईरान के सिस्तान-बलूचिस्तान प्रांत में गुरुवार को पाकिस्तान के हमलों में चार बच्चों सहित सात लोगों की मौत हो गई, जबकि एक दिन पहले पाकिस्तान में ईरानी हमले में दो बच्चों सहित चार लोग मारे गए। दोनों देशों ने इन हमलों के पीछे यह दलील दी कि उन्होंने आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया है।
बलूचिस्तान में ईरान के मिसाइल और ड्रोन हमले के मद्देनजर पाकिस्तान ने बुधवार को तेहरान के राजदूत को निष्कासित कर दिया और अपने राजदूत को वापस बुला लिया। इस घटनाक्रम के बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय का गुरुवार को बयान सामने आया जिसमें कहा गया कि आज तड़के पाकिस्तान ने ईरान के सिस्तान-बलूचिस्तान प्रांत में आतंकी ठिकानों पर सैन्य हमले किए हैं। पाकिस्तान ने इस ऑपरेशन को 'मार्ग बार सरमाचार' नाम दिया।
बलूच आतंकी संगठनों पर हमला
ईरान पर हमला करने के बाद पाकिस्तानी सेना ने बयान जारी करते हुए बताया कि ईरान में मौजूद दो मुख्य बलूच आतंकवादी संगठनों के आतंकवादियों द्वारा इस्तेमाल किए गए ठिकानों पर प्रभावी हमले किए। इस दौरान सेना ने सटीक हमले के लिए ड्रोन, रॉकेट, गोला-बारूद और अन्य हथियारों का इस्तेमाल किया।
ईरान और पाकिस्तान के इन हमलों ने पश्चिम एशिया के अस्थिर क्षेत्र की चिंताए बढ़ा दी है जहां पहले से ही गाजा पट्टी में हमास के खिलाफ इजरायल के युद्ध और यमन के हूती विद्रोहियों द्वारा लाल सागर में वाणिज्यिक जहाजों को निशाना बनाए जाने से तनाव व्याप्त है।
भारत ने क्या कुछ कहा?
भारत ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी जीरो टॉलरेंस नीति को दोहराते हुए इसे ईरान और पाकिस्तान के बीच का मामला बताया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा कि यह ईरान और पाकिस्तान के बीच का मामला है। भारत आतंकवाद के खिलाफ अपनी जीरो टॉलरेंस पर कायम है। देश द्वारा अपनी आत्मरक्षा में की गई कार्रवाइयों को हम समझते हैं।
Our response to media queries regarding Iran's air strikes in Pakistan:https://t.co/45NAxXTpkG pic.twitter.com/1P4Csj5Ftb— Randhir Jaiswal (@MEAIndia) January 17, 2024
चीन ने दी संयम बरतने की सलाह
चीन ने पिछले दो दिनों में एक-दूसरे पर मिसाइल हमलों के बाद पाकिस्तान और ईरान को तनाव कम करने के लिए संयम और शांति बरतने की सलाह दी। दोनों देशों के इन हमलों ने चीन को परेशानी में डाल दिया, क्योंकि पाकिस्तान उनका सहयोगी है, जबकि तेहरान के साथ हाल के वर्षों में बीजिंग के रिश्ते मजबूत हुए हैं। जिसकी बदौलत चीन पश्चिम एशिया क्षेत्र में अपना प्रभाव बढ़ाने में सक्षम हो रहा है।
(एजेंसी इनपुट के साथ)