इंडो-पैसिफिक में संतुलित और स्थिर व्यवस्था पर काम करेंगे भारत और फ्रांस, तैयार किया जा रहा रोडमैप
भारत और फ्रांस अपने आपसी संबंधों को मजबूत करने के लिए इंडो-पैसिफिक में एक सुरक्षित और स्थिर व्यवस्था रखने के लिए सहयोग रोडमैप तैयार कर रहे हैं। दोनों देशों में इस मुलाकात में की अहम मुद्दों पर चर्चा की और एक-दूसरे के साथ खड़े रहने पर सहमति जताई है। दोनों पक्ष भारत-फ्रांस इंडो-पैसिफिक त्रिकोणीय विकास सहयोग कोष को अंतिम रूप देने पर काम करेंगे।
By AgencyEdited By: Shalini KumariUpdated: Sat, 15 Jul 2023 08:30 AM (IST)
पेरिस, एएनआई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय फ्रांस दौरे पर हैं, जिस दौरान दोनों देशों ने कई अहम मुद्दों पर चर्चा की। साथ ही, भारत और फ्रांस ने शुक्रवार को कहा कि वे स्वतंत्र, खुले, समावेशी, सुरक्षित और शांतिपूर्ण हिंद-प्रशांत क्षेत्र में विश्वास करते हैं। दोनों देशों ने नोट किया कि वे आर्थिक और सुरक्षा हितों को सुरक्षित करना चाहते हैं और क्षेत्र में एक संतुलित और स्थिर व्यवस्था का निर्माण करना चाहते हैं।
इंडो-पैसिफिक सहयोग रोडमैप पर हो रहा काम
दोनों देशों के प्रमुख ने कहा कि वे अपने संबंधों को और मजबूत करने के लिए और अपने सहयोग को रचनात्मक आकार देने के लिए इंडो-पैसिफिक सहयोग रोडमैप पर काम कर रहे हैं। जारी किए गए आधिकारिक बयान में कहा गया, "हिंद महासागर में भारत-फ्रांस साझेदारी हमारे द्विपक्षीय संबंधों का एक महत्वपूर्ण केंद्र बन गई है। 2018 में, भारत और फ्रांस 'हिंद महासागर क्षेत्र में भारत-फ्रांस सहयोग के संयुक्त रणनीतिक दृष्टिकोण' पर सहमत हुए। अब हम प्रशांत क्षेत्र में अपने संयुक्त प्रयासों का विस्तार करने के लिए तैयार हैं।"
सुरक्षित इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में विश्वास
बयान में कहा गया, "हमारे दोनों देश एक स्वतंत्र, खुले, समावेशी, सुरक्षित और शांतिपूर्ण इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में विश्वास करते हैं। हमारा सहयोग हमारे अपने आर्थिक और सुरक्षा हितों को सुरक्षित करना चाहता है; वैश्विक कॉमन्स तक समान और मुक्त पहुंच सुनिश्चित करना; क्षेत्र में समृद्धि और स्थिरता की साझेदारी बनाना, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के सम्मान के साथ क्षेत्र में एक संतुलित और स्थिर व्यवस्था का निर्माण करें।"दोनों देशों के सुरक्षा सहयोग दृष्टिकोण में समानता
बयान के अनुसार, पीएम मोदी का SAGAR (क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास) का दृष्टिकोण और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों का इंडो-पैसिफिक रणनीति में उल्लिखित 'सुरक्षा और सहयोग का दृष्टिकोण एक-दूसरे से काफी मेल खाता है। बयान में आगे कहा गया कि भारत और फ्रांस के बीच सहयोग व्यापक है और इसमें रक्षा, सुरक्षा, आर्थिक, कनेक्टिविटी, बुनियादी ढांचा, स्थिरता और मानव-केंद्रित विकास शामिल है।
रक्षा औद्योगिक क्षमताओं का विकास करेंगे दोनों देश
बयान में कहा गया है, "हमारा द्विपक्षीय सहयोग हमारी आपसी सुरक्षा को आगे बढ़ाता है और भारत-प्रशांत क्षेत्र में शांति और स्थिरता का समर्थन करता है। हमारा सहयोग समुद्र तल से अंतरिक्ष तक फैला हुआ है।" बयान के मुताबिक, दोनों देश नौसैनिक दौरे बढ़ाएंगे और भारत में रक्षा औद्योगिक क्षमताओं का विकास करेंगे।दोनों देश अन्य क्षेत्रों, अफ्रीका, हिंद महासागर क्षेत्र, दक्षिण एशिया, दक्षिण पूर्व एशिया और प्रशांत क्षेत्र के देशों में विकास सहयोग बढ़ाने के लिए मिलकर काम करना जारी रखेंगे। दोनों देशों ने घोषणा की कि वे ऑस्ट्रेलिया और यूएई के साथ बहुपक्षीय व्यवस्था को मजबूत करेंगे और क्षेत्र में नई व्यवस्था बनाएंगे।