ASEAN-India Summit: 'हम शांतिप्रिय देश, एकता और अखंडता को देते हैं महत्व', आसियान शिखर सम्मेलन में बोले पीएम मोदी
PM Modi On ASEAN-India Summit प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को आसियान-भारत और पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलनों में भाग लेने तथा इन समूहों के देशों के साथ संबंधों को और प्रगाढ़ बनाने के लिए दो दिवसीय यात्रा पर लाओस पहुंचे। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत-आसियान की दोस्ती समन्वय संवाद और सहयोग ऐसे समय में बहुत महत्वपूर्ण है जब दुनिया के कई देश संघर्ष और तनाव का सामना कर रहे हैं।
ASEAN-India Summit 2024 : पीटीआई, वियनतियाने। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को आसियान-भारत और पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए लाओस पहुंचे। पीएम मोदी ने कहा कि जब दुनिया के कई हिस्से संघर्ष और तनाव का सामना कर रहे हैं, ऐसे समय में भारत-आसियान की दोस्ती बहुत महत्वपूर्ण है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम एक शांतिप्रिय राष्ट्र हैं। हम राष्ट्रों की एकता और अखंडता को महत्व देते हैं। हम अपने युवाओं को उज्ज्वल भविष्य प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
आसियान देशों के साथ ऐतिहासिक संबंध
21वें भारत-आसियान शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उन्होंने 10 साल पहले एक्ट ईस्ट पॉलिसी की घोषणा की थी और पिछले दशक में इसने भारत और आसियान देशों के बीच ऐतिहासिक संबंधों को नई ऊर्जा, दिशा और गति दी है।
पीएम मोदी ने कहा, 'पिछले दशक में भारत-आसियान व्यापार दोगुना हो गया है और अब यह 130 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक हो गया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि 21वीं सदी जिसे एशियाई सदी भी कहा जाता है, वह भारत और आसियान देशों की सदी है।'
छात्रों को स्कॉलरशिप का लाभ
पीएम मोदी ने कहा कि जन-केंद्रित दृष्टिकोण हमारी डेवेलपमेंट पार्टनरशिप का आधार है। 300 से अधिक ASEAN छात्रों को नालंदा यूनिवसिर्टी में स्कॉलरशिप का लाभ मिला है। नेटवर्क ऑफ यूनिवर्सिटी लॉन्च की गई है। लाओस, कंबोडिया, वियतनाम, म्यांमार, इंडोनेशिया में साझी विरासत और संरक्षण के लिए काम किया गया है।भारत और लाओस के संबंध
- पीएम मोदी ने विएंतियाने पहुंचने पर भारतीय प्रवासियों से बातचीत की। उन्होंने लाओस में होटल के बाहर भारतीय समुदाय के सदस्यों का अभिवादन किया।
- लाओस के गृह मंत्री, शिक्षा और खेल मंत्री, बैंक ऑफ लाओस के गवर्नर और विएंतियाने के मेयर समेत कई कई राजनेताओं ने पीएम मोदी का स्वागत किया।
- भारत और लाओस के बीच ऐतिहासिक और सभ्यतागत संबंध हैं, जो बौद्ध धर्म और रामायण की साझा विरासत में परिलक्षित होते हैं। लाओस के साथ द्विपक्षीय संबंध मैत्रीपूर्ण हैं और 1956 में स्थापित हुए थे।