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यूक्रेन में शांति के लिए रखी गई 'शर्त' पर भारत सहमत नहीं, सम्‍मेलन में शामिल 12 देशों ने नहीं किए हस्‍ताक्षर

Russia-Ukraine War स्विट्जरलैंड के लिए बर्गेनस्टॉक रिजॉर्ट में रविवार को यूक्रेन पर आयोजित शांति सम्मेलन का अंतिम दिन था। यूक्रेन पर हमला करने वाले रूस की अनुपस्थिति में 28 महीने से जारी युद्ध की समाप्ति का शांतिपूर्ण रास्ता खोजने की कोशिश हुई। इसमें अमेरिका सहित ज्यादातर पश्चिमी देशों और प्रमुख विकासशील देशों ने हिस्सा लिया। अंत में संयुक्‍त बयान पर भारत समेत 12 देशों ने हस्‍ताक्षर नहीं किए।

By Agency Edited By: Prateek Jain Updated: Sun, 16 Jun 2024 11:46 PM (IST)
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यूक्रेन पर आयोजित शांति सम्मेलन के अंतिम दिन भारत ने संयुक्‍त बयान पर हस्‍ताक्षर नहीं किए।
बर्गेनस्टॉक, एपी। विश्व के 80 देशों ने युद्ध खत्म होने के लिए यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता बरकरार रखने की शर्त को मुख्य आधार बनाए जाने के बयान पर हस्ताक्षर किए हैं, लेकिन भारत सहित 12 देशों ने इस शर्त से टकराव की स्थिति बनने की आशंका जताते हुए बयान पर हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया है।

भारत ने साफ किया है कि वह बातचीत के जरिये यूक्रेन में शांति स्थापित किए जाने का पक्षधर है। विवाद के समाधान स्विट्जरलैंड के लिए बर्गेनस्टॉक रिजॉर्ट में रविवार को यूक्रेन पर आयोजित शांति सम्मेलन का अंतिम दिन था।

सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका और यूएई ने नहीं किए हस्‍ताक्षर

यूक्रेन पर हमला करने वाले रूस की अनुपस्थिति में 28 महीने से जारी युद्ध की समाप्ति का शांतिपूर्ण रास्ता खोजने की कोशिश हुई। इसमें अमेरिका सहित ज्यादातर पश्चिमी देशों और प्रमुख विकासशील देशों ने हिस्सा लिया। दो दिनों की चर्चा के बाद तैयार हुए अंतिम दस्तावेज में क्षेत्रीय अखंडता की शर्त के साथ ही परमाणु सुरक्षा, खाद्य सुरक्षा और बंदियों की अदलाबदली वाले बि‍ंदु भी हैं।

इस अंतिम दस्तावेज के कुछ बि‍ंदुओं को अस्पष्ट बताते हुए भारत, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, यूएई सहित 12 देशों ने हस्ताक्षर नहीं किए हैं। सम्मेलन में पर्यवेक्षक के रूप में हिस्सा ले रहे ब्राजील ने भी अंतिम दस्तावेज (संयुक्त बयान) पर हस्ताक्षर नहीं किया है, लेकिन कई मौकों पर रूस और यूक्रेन के बीच मध्यस्थ की भूमिका निभा चुके तुर्किये ने हस्ताक्षर कर दिया है।

स्विट्जरलैंड की राष्ट्रपति ने की मेजबानी

भारत की ओर से सम्मेलन में अधिकारी स्तर का प्रतिनिधित्व था। संयुक्त बयान में कहा गया है कि संयुक्त राष्ट्र के चार्टर के अनुसार यूक्रेन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान किया जाना चाहिए। वहां पर युद्ध की समाप्ति के लिए जब भी शांति समझौता हो उसमें यह शर्त मुख्य आधार रहनी चाहिए।

सम्मेलन की मेजबानी कर रहीं स्विट्जरलैंड की राष्ट्रपति वियोला एमहर्ड ने कहा, संयुक्त बयान पर भारी बहुमत की सहमति जताती है कि लक्ष्य प्राप्ति के लिए कूटनीति के रास्ते पर हमें अहम सफलता मिली है।

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने यूक्रेन में शांति के लिए उठाए गए पहले कदम को मिली सफलता पर प्रसन्नता जताई है। कहा कि यह संयुक्त राष्ट्र के चार्टर की जीत है।

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