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भारत के माध्यम से बांग्लादेश को बिजली भेज सकेगा नेपाल, तीनों देशों में हुआ व्यापार पर समझौता

India Bangladesh Nepal Electricity Trade भारत ने नेपाल और बांग्लादेश के साथ गुरुवार को बिजली व्यापार पर त्रिपक्षीय समझौता किया। इसके तहत नेपाल बारिश के मौसम में अपनी अधिशेष बिजली भारत के माध्यम से बांग्लादेश को निर्यात करने के लिए भारत की ट्रांसमिशन लाइन का उपयोग करेगा। धालकेबार-मुजफ्फरपुर 400 केवी ट्रांसमिशन लाइन के माध्यम से बांग्लादेश को बिजली निर्यात की जाएगी।

By Agency Edited By: Sachin Pandey Updated: Fri, 04 Oct 2024 12:06 AM (IST)
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तीनों देशों ने लंबे समय से प्रतीक्षित त्रिपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किए। (File Image)

पीटीआई, काठमांडू। सीमा पार बिजली व्यापार को सुविधाजनक बनाने के लिए भारत ने नेपाल और बांग्लादेश के साथ गुरुवार को लंबे समय से प्रतीक्षित त्रिपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किए।

इसके अनुसार, नेपाल हर साल 15 जून से 15 नवंबर तक बारिश के मौसम में अपनी अधिशेष बिजली भारत के माध्यम से बांग्लादेश को निर्यात करने के लिए भारत की ट्रांसमिशन लाइन का उपयोग करेगा।

नेपाल को होगी अतिरिक्त आय

प्रथम चरण में, नेपाल, बांग्लादेश को 40 मेगावाट जलविद्युत निर्यात करेगा। नेपाल विद्युत प्राधिकरण के अधिकारियों ने कहा कि इससे नेपाल को लगभग 9.2 मिलियन डॉलर की वार्षिक आय होगी। मुजफ्फरपुर में मीटरिंग प्वाइंट के साथ धालकेबार-मुजफ्फरपुर 400 केवी ट्रांसमिशन लाइन के माध्यम से बांग्लादेश को बिजली निर्यात की जाएगी।

एनईए के कार्यकारी निदेशक कुलमन घीसिंग, एनटीपीसी विद्युत व्यापार निगम के सीईओ डीनो नारान और बांग्लादेश पावर डेवलपमेंट बोर्ड के अध्यक्ष मोहम्मद रिजवान करीम के बीच काठमांडू में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।