Afghanistan के लोगों को रोजगार देने में मदद करेगा भारत, जानें क्या है पूरा मामला
भारत अफगानिस्तान में कम से कम 20 रुकी हुई परियोजनाओं में काम फिर से शुरू करने जा रहा है। इस फैसले के चलते अफगानियों को नए रोजगार मिलने की संभावना जताई जा रही है। भारत पहले भी कई दफा अफगानियों की मदद कर चुका है।
By AgencyEdited By: Mahen KhannaUpdated: Thu, 01 Dec 2022 03:25 PM (IST)
काबुल, एजेंसी। अफगानिस्तान में भारत लोगों की मदद के लिए एक बार फिर आगे आया है। तालिबान सरकार ने कहा है कि भारत युद्धग्रस्त देश के कई प्रांतों में कम से कम 20 रुकी हुई परियोजनाओं पर काम फिर से शुरू करेगा। मंगलवार को अफगानिस्तान के शहरी विकास और आवास मंत्रालय (एमयूडीएच) ने कहा कि भारतीय प्रभारी भरत कुमार ने संबंधों में सुधार और देश में रुकी हुई परियोजनाओं को फिर से शुरू करने में रुचि व्यक्त की है।
अफगानिस्तान में बढ़ेंगे रोजगार के अवसर
अर्थशास्त्रियों ने कहा कि इस कदम से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और अफगानिस्तान में विकास को बढ़ावा मिलेगा। रिपोर्ट में एक अर्थशास्त्री दरिया खान बहीर के हवाले से कहा गया है कि इन परियोजनाओं के फिर से शुरू होने से लोगों के लिए रोजगार के अवसर भी पैदा हो सकते हैं और यह लोगों की आय को बढ़ावा दे सकता है और अफगानिस्तान को राजनीतिक अलगाव से बाहर निकाल सकता है।
भारत ने दूतावास को कर दिया था खाली
इसी साल जून में भारत ने अफगानिस्तान की राजधानी में अपने दूतावास में एक "तकनीकी टीम" तैनात करके काबुल में अपनी राजनयिक उपस्थिति फिर से स्थापित की थी। लेकिन अगस्त 2021 में तालिबान द्वारा सत्ता पर कब्जा करने के बाद भारत ने दूतावास से अपने अधिकारियों को उनकी सुरक्षा को लेकर चिंता के बाद वापस बुला लिया।
भारत ने तालिबान सरकार को नहीं दी है मान्यता
भारत ने अफगानिस्तान में नए शासन को मान्यता नहीं दी है और काबुल में वास्तव में समावेशी सरकार के गठन के लिए जोर दे रहा है, इसके अलावा इस बात पर जोर दिया जा रहा है कि किसी भी देश के खिलाफ आतंकवादी गतिविधियों के लिए अफगान भूमि का उपयोग नहीं किया जाना चाहिए। भारत अफगानियों के सामने आ रहे मानवीय संकट को दूर करने के लिए अफगानिस्तान को अबाध मानवीय सहायता प्रदान करने की वकालत कर रहा है।हमेशा सहायता देता रहा है भारत
विदेश मंत्रालय के अनुसार, भारत हमेशा से अफगान लोगों को मानवीय सहायता प्रदान करता रहा है और इसने पहले ही मानवीय सहायता के कई शिपमेंट भेजे हैं, जिसमें 20,000 मीट्रिक टन गेहूं, 13 टन दवाएं, 500,000 COVID-19 वैक्सीन की खुराक और सर्दियों के कपड़े शामिल हैं। यह भी पढ़ें- क्रिप्टो बैंक ब्लॉकफी ने बैंकरप्सी के लिए आवेदन किया, FTX को बताया वजह, बिटफ्रंट एक्सचेंज भी बंद
Fact Check: इंदौर की सभा में राहुल ने जानबूझकर किया था माइक ऑफ, दु्ष्प्रचार की मंशा से वायरल हो रहा एडिटेड वीडियो क्लिप