'श्रीलंका का कर्ज उतरवाने में मदद करेगा भारत', सीतामरण बोलीं- हम मित्र देश की कठिनाइयों को नहीं कर सके सहन
भारत ने श्रीलंका को ऋण पुनर्गठन चर्चा पर साथ में काम करने और आर्थिक सुधार के लिए समर्थन बढ़ाने का आश्वासन दिया। श्रीलंका की तीन दिन की यात्रा पर पहुंची वित्त मंत्री निर्मला सीतामरण ने भारतीय मूल के तमिलों के आगमन के 200वीं वर्षगांठ पर श्रीलंका सरकार द्वारा आयोजित नाम 200 कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि हमारे मित्र देश श्रीलंका की कठिनाइयों को हम सहन नहीं कर सके।
By AgencyEdited By: Anurag GuptaUpdated: Thu, 02 Nov 2023 11:34 PM (IST)
पीटीआई, कोलंबो। भारत ने गुरुवार को श्रीलंका को ऋण पुनर्गठन चर्चा पर साथ में काम करने और आर्थिक सुधार के लिए समर्थन बढ़ाने का आश्वासन दिया। वित्तीय संकट में गत वर्ष में भारत ने श्रीलंका को 400 करोड़ रुपये की अभूतपूर्व वित्तीय सहायता प्रदान की। ऋण पुनर्गठन प्रक्रिया में कर्जदार की मदद करने के लिए पूर्व निर्धारित ब्याज दर में बदलाव समेत अन्य रियायतें शामिल होती हैं।
निर्मला सीतारमण की तीन दिवसीय श्रीलंका यात्रा
श्रीलंका की तीन दिन की यात्रा पर पहुंची वित्त मंत्री निर्मला सीतामरण ने गुरुवार को भारतीय मूल के तमिलों के आगमन के 200वीं वर्षगांठ पर श्रीलंका सरकार द्वारा आयोजित 'नाम 200' कार्यक्रम को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि हमारे मित्र देश श्रीलंका की कठिनाइयों को हम सहन नहीं कर सके। हमारी सरकार और भारत के लोग सामूहिक रूप आपकी मदद के लिए आगे आए।
सीतारमण ने यह भी कहा कि भारत अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) को वित्तपोषण का आश्वासन देने वाला पहला द्विपक्षीय ऋणदाता था। भारत के आश्वासन के बाद ही श्रीलंका के लिए आईएमएफ कार्यक्रम को औपचारिक रूप दिया गया। भारत दोनों देशों के नेतृत्व के दृष्टिकोण को साकार करने के लिए श्रीलंका सरकार के साथ मिलकर काम करेगा।
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इस दौरान उन्होंने भारतीय मूल के तमिलों को भारत-श्रीलंका के बीच स्थायी पुल बताते हुए कहा कि भारत सरकार उनके लिए 75 करोड़ रुपये के विशेष अनुदान पैकेज के तहत कुछ परियोजनाएं शुरू कर रही है। इसकी घोषणा गत जुलाई में की गई थी।