भारतीय मूल के इंजीनियर Nishad Singh ने क्रिप्टो एक्सचेंज में की धोखाधड़ी, गुनाह भी कबूला
भारतीय मूल के इंजीनियर निषाद सिंह को क्रिप्टो एक्सचेंज में धोखाधड़ी के लिए दोषी पाया गया है। हालांकि इन्होंने अपना गुनाह भी कबूल कर लिया है। आपको बता दें निषाद सिंह सैमुअल बैकमेन-फ्राइड और गैरी वेंग के साथ एक क्रिप्टो ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म एफटीएक्स के संस्थापक हैं।
By Jagran NewsEdited By: Shalini KumariUpdated: Thu, 02 Mar 2023 09:56 AM (IST)
न्यूयॉर्क, ऑनलाइन डेस्क। भारतीय मूल के 27 वर्षीय इंजीनियर निषाद सिंह को क्रिप्टो ट्रेडिंग फर्म में धोखाधड़ी के मामले में दोषी पाया गया है। निषाद सिंह FTX Trading Ltd में पूर्व चीफ-इंजीनियर का पदभार संभाल पद पर तैनात थे। निषाद सिंह पर आरोप है कि उन्होंने कंपनी में मल्टीलेयर स्कीम के जरिए इक्विटी निवेशकों के साथ धोखाधड़ी की गई। निषाद सिंह, सैमुअल बैकमेन-फ्राइड और गैरी वेंग के साथ एक क्रिप्टो ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म एफटीएक्स के संस्थापक हैं।
निवेशकों के साथ की धोखाधड़ी
बीते साल दिसंबर में फेडरल अथॉरिटीज ने बैंकमेन-फ्राइड के खिलाफ एक स्कीम की मदद से निवेशकों के साथ धोखाधड़ी के आरोप तय किए थे। मंगलवार को सिक्योरिटी और एकस्चेंज कमीशन ने निषाद को धोखाधड़ी के लिए चार्ज किया है। इस मामले में, न्यूयॉर्क के दक्षिणी जिले के अमेरिकी अटॉर्नी कार्यालय और कमोडिटी फ्यूचर्स ट्रेडिंग कमीशन (CFTC) ने भी सिंह के खिलाफ चार्ज लगाए हैं।
सभी धोखेबाजी के बारे में जानता था निषेद
सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन की शिकायत के मुताबिक, निषाद सिंह ने एक सॉफ्टवेयर कोड बनाया था, जिसकी मदद से एफटीएक्स के ग्राहकों के फंड को एक क्रिप्टो हेज फंड अलमेडा रिसर्च में स्थानांतरित किया था। वहीं, बैकमान-फ्राइड के पास क्रिप्टो हेज फंड का मालिकाना हक है। बैकमैन फ्राइड ने सभी निवेशकों से वादा किया था कि एफटीएक्स एक सुरक्षित क्रिप्टो एसेट ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म है, जबकि सिंह यह जानता था कि ये सभी वादे झूठे हैं। इसी कारण निषाद सिंह को कंपनी में निवेशकों के साथ बराबर धोखाधड़ी करने का दोषी पाया गया है और उसपर यह भी आरोप है कि उसने एफटीएक्स से करीब 6 मिलियन डॉलर की राशि अपने निजी इस्तेमाल के लिए निकाली है।2019 में की एफटीएक्स की शुरुआत
एसईसी की शिकायत में कहा गया है कि सिंह कैलिफोर्निया में पले-बढ़े और बैंकमैन-फ्राइड के भाई के बचपन के दोस्त थे। अल्मेडा रिसर्च में निषाद बतौर हेड इंजीनियर शामिल हुए। जब नवंबर 2022 में एफटीएक्स में धोखाधड़ी का खुलासा हुआ तो उस वक्त निषाद कंपनी में बतौर सीनियर एग्जीक्यूटिव, इंजीनयिरिंग डायरेक्टर और शेयर होल्डर के तौर पर कंपनी के साथ जुड़े थे।
अप्रैल 2019 के आसपास, सिंह ने एफटीएक्स बनाने के लिए वांग के साथ काम करना शुरू किया और उसी साल मई में लॉन्च कर दिया। हालांकि, उन्होंने मुख्य रूप से 2019 की शुरुआत में एफटीएक्स में एक इंजीनियर के रूप में काम करना शुरू किया था।