ताइवान में एक लाख प्रवासी भारतीय कामगारों को लाने की योजना नहीं, श्रम मंत्री बोलीं- MoU पर नहीं हुए हस्ताक्षर
ताइवान के श्रम मंत्री सू मिंग-चुन ने शनिवार को कहा कि सरकार की भारत से ताइवान में 100000 से अधिक प्रवासी कामगारों को लाने की कोई योजना नहीं है। उन्होंने कहा कि यह मुद्दा रोजगार सहयोग के संबंध में निरंतर मूल्यांकन का विषय है। उन्होंने कहा कि ताइवान द्वारा 100000 भारतीय श्रमिकों के लिए अपने दरवाजे खोलने की मांग के संबंध में किया गया कोई भी दावा फर्जी है।
एएनआई, ताइपे। ताइवान के श्रम मंत्री सू मिंग-चुन ने शनिवार को कहा कि सरकार की भारत से ताइवान में 1,00,000 से अधिक प्रवासी कामगारों को लाने की कोई योजना नहीं है। उनकी यह टिप्पणी कुओमितांग (KMT) के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार होउ यू-इह द्वारा दिए गए बयान के संदर्भ में आई है।
क्या कुछ बोलीं श्रम मंत्री सू मिंग-चुन?
सू मिंग-चुन ने कहा कि ताइवान ने प्रवासी श्रमिकों को लाने के लिए भारत के साथ एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर नहीं किया है। उन्होंने कहा कि यह मुद्दा रोजगार सहयोग के संबंध में निरंतर मूल्यांकन का विषय है। सू मिंग ने जोर देकर कहा,
यह भी पढ़ें: 'ताइवान को चीन में जोड़कर...', शी जिनपिंग ने बाइडन को दी थी खुली धमकी, अमेरिका में मची खलबलीताइवान द्वारा 100,000 भारतीय श्रमिकों के लिए अपने दरवाजे खोलने की मांग के संबंध में किया गया कोई भी दावा फर्जी है।
उन्होंने कहा कि ये दावे चुनावी लाभ के लिए लोगों की राय में हेरफेर करने के लिए गलत इरादे वाले लोगों की ओर से किए गए हैं।