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Earthquake in Indonesia: इंडोनेशिया में महसूस किए गए भूकंप के तेज झटके, रिक्टर स्केल पर 6 रही तीव्रता

इंडोनेशिया के सुलावेसी में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। यूरोपियन मेडिटेरेनियन सिस्मोलॉजिकल सेंटर (EMSC) ने बुधवार को कहा कि इंडोनेशिया के सुलावेसी क्षेत्र में 6 तीव्रता का भूकंप आया था। उन्होंने बताया कि भूकंप का केंद्र जमीन से 145 किमी की गहराई पर था। जागरण ग्राफिक्स।

By AgencyEdited By: Devshanker ChovdharyUpdated: Wed, 18 Jan 2023 07:02 AM (IST)
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इंडोनेशिया में महसूस किए गए भूकंप के तेज झटके।
बाली, रायटर्स। इंडोनेशिया के सुलावेसी में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। यूरोपियन मेडिटेरेनियन सिस्मोलॉजिकल सेंटर (EMSC) ने बुधवार को कहा कि इंडोनेशिया के सुलावेसी क्षेत्र में 6 तीव्रता का भूकंप आया। उन्होंने बताया कि भूकंप का केंद्र जमीन से 145 किमी की गहराई पर था। बता दें कि इंडोनेशिया में सोमवार भी भूकंप के जोरदार झटके महसूस हुए थे। हालांकि भूकंप से जानमाल की नुकसान की खबर नहीं है।

सोमवार को भी आया था भूकंप

बता दें कि इससे पहले इंडोनेशिया में सोमवार सुबह जोरदार भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। भूकंप के तेज झटकों के कारण लोग घरों से बाहर आ गए थे, हालांकि किसी भी जान माल के नुकसान की कोई जानकारी सामने नहीं आई थी। यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे (यूएसजीएस) के अनुसार इंडोनेशिया के तट पर आए भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.2 मापी गई थी।

37 किलोमीटर की गहराई पर आया था भूकंप

सोमवार को आए भूकंप को लेकर यूएस जियोलॉजिकल सर्वे ने अपनी वेबसाइट पर एक अपडेट में कहा कि भूकंप इंडोनेशिया के सिंगकिल शहर से 40 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में आया था। भूकंप 37 किलोमीटर की गहराई पर दर्ज किया गया था। अब तक, देश में किसी के हताहत होने की कोई रिपोर्ट नहीं मिली। बता दें कि इंडोनेशिया में 17,000 से अधिक द्वीप हैं।

वर्ष 2021 में मारे गए थे सैंकड़ों लोग

बता दें कि वर्ष 2021 के नवंबर में 5.6 की तीव्रता वाले भूकंप से इंडोनेशिया में कम से कम 331 लोग मारे गए और पश्चिम जावा के सियानजुर शहर में लगभग 600 लोग घायल हो गए थे। सुलावेसी में 2018 में आए भूकंप और सूनामी के बाद का यह इंडोनेशिया में सबसे घातक भूकंप था, उस दौरान इसमें लगभग 4,340 लोग मारे गए थे। 2004 में एक अत्यंत शक्तिशाली हिंद महासागर भूकंप ने सुनामी की शुरुआत की थी, जिसने एक दर्जन देशों में 230,000 से अधिक लोगों की जान ले ली जिसमें इंडोनेशिया भी शामिल था।

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