'शेख हसीना ने सत्ता के लिए बांग्लादेश की संवैधानिक संस्थाओं को किया बर्बाद', अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस का आरोप
बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के प्रमुख मुहम्मद यूनुस ने कमान संभाल ली है। इस बीच उन्होंने शेख हसीना पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनके कार्यकाल में देश की सभी संवैधानिक संस्थाओं को बर्बाद किया गया। ऐसा उन्होंने सत्ता में बने रहने के लिए किया। यूनुस ने वादा किया कि उनकी सरकार कुछ बदलावों के बाद जल्द ही देश में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराएगी।
पीटीआई, ढाका। बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के प्रमुख मुहम्मद यूनुस ने पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना पर आरोप लगाया है कि उनके कार्यकाल में देश की सभी संवैधानिक संस्थाओं को बर्बाद किया गया। ऐसा उन्होंने सत्ता में बने रहने के लिए किया। यूनुस ने वादा किया कि उनकी सरकार कुछ बदलावों के बाद जल्द ही देश में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराएगी।
बांग्लादेश में छात्रों के हिंसक आंदोलन के बाद शेख हसीना ने पांच अगस्त को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर देश छोड़ दिया था और इस समय वह भारत में हैं। हसीना के इस्तीफे के बाद आठ अगस्त को 84 वर्षीय यूनुस ने अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार के पद की शपथ ली थी।
15 साल में हुआ मानव अधिकारों का दमन
यूनुस ने कहा, हसीना की तानाशाही से देश की सभी संस्थाओं का भारी नुकसान हुआ। उनके 15 साल के शासन में लोगों के लोकतांत्रिक और मानव अधिकारों का लगातार दमन किया गया। अंतरिम सरकार का प्रमुख बनने के बाद यूनुस ने पहली बार ढाका में नियुक्त विभिन्न देशों के राजनयिकों से मुलाकात की है और पूर्व सरकार के बारे में अपने विचार व्यक्त किए हैं।'सत्ता की ताकत का भारी दुरुपयोग हुआ'
यूनुस ने कहा, देश की न्यायपालिका, निर्वाचन आयोग, सुरक्षा बलों, नागरिक प्रशासन और मीडिया में बड़े बदलाव की जरूरत है। उन्होंने कहा, पिछले चुनाव में बड़े पैमाने पर धांधली की गई और सुनियोजित तरीके से युवाओं को मतदान नहीं करने दिया गया। बैंकों में जमा धनराशि का मनमाना इस्तेमाल किया गया और सत्ता की ताकत का भारी दुरुपयोग हुआ। देश में आखिरी पायदान पर खड़े व्यक्ति तक अर्थव्यवस्था का लाभ पहुंचे, इसे ध्यान में रखकर नई आर्थिक नीति बनाई जाएगी।