Iran Hijab Row: नहीं थम रहा हिजाब विवाद, ईरान ने अमेरिका पर लगाया अशांति का फायदा उठाने का आरोप
ईरान में हिजाब विवाद और दूसरे प्रतिबंधों पर कई शहरों में सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियों के बीच संघर्ष छिड़ा हुआ है। महसा अमीनी की पुलिस हिरासत में मौत के बाद से इस बवाल में अब तक 41 लोगों की जान जा चुकी है।
By JagranEdited By: Kamal VermaUpdated: Tue, 27 Sep 2022 08:22 PM (IST)
दुबई (एजेंसी)। ईरान में हिजाब विवाद व अन्य प्रतिबंधों को लेकर मंगलवार को भी कई शहरों में सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियों के बीच संघर्ष जारी रहा। हिजाब न पहनने पर महसा अमीनी की पुलिस हिरासत में मौत के बाद से संघषर्ष में अब तक 41 लोगों की जान जा चुकी है, जिसमें सुरक्षाकर्मी भी शामिल हैं। इस बीच, ईरान ने अमेरिका सहित कुछ यूरोपीय देशों पर आरोप लगाया है कि वे अशांति का फायदा उठाकर देश को अस्थिर करने का प्रयास कर रहे हैं।
ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने नसेर कनानी ने बयान जारी कर आरोप लगाया कि अमेरिका प्रदर्शनकारियों का समर्थन कर रहा है और इस्लामिक रिपब्लिक को कमजोर करने की कोशिश कर रहा है। लेकिन देश को अस्थिर करने का उसका कोई भी प्रयास सफल नहीं होगा। इसके पहले, ईरान ने ब्रिटेन और नार्वे के राजदूतों को तलब कर विरोध दर्ज कराया था। उधर, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा है कि वह मोरल्टी पुलिस समेत अमीनी के हत्यारों पर प्रतिबंध लगाएंगे। जर्मनी ने ईरानी राजदूत को तलब किया है।
इस बीच, प्रदर्शनकारियों पर सुरक्षा कर्मियों के सख्ती के वीडियो लगातार आ रहे हैं। इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हो रहे एक वीडियो में दिख रहा है कि सरकार के विरोध में प्रदर्शन के दौरान मारे गए जावेद हैदरी की कब्र पर उसकी बहन अपने बाल काट कर च़़ढा रही है।
ईरान के मानवाधिकार समूह हेंगव ने कहा कि 10 दिनों में 18 कुर्दिश प्रदर्शनकारी मारे गए हैं और करीब 900 घायल हैं और 1000 से अधिक कुर्दिश प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया है। स्टेट मीडिया के अनुसार, ईरान की न्यायपालिका ने दंगाइयों पर मुकदमा चलाने के लिए विशेषष कोर्ट बनाई हुई है।