Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

हिजाब विरोधी Masoud Pezeshkian बने ईरान के नए राष्ट्रपति, कट्टरपंथी जलीली को 30 लाख वोटों से दी मात

Masoud Pezeshkian ईरान के उदारवादी नेता मसूद पजशकियान ने राष्ट्रपति चुनाव में जीत हासिल कर ली है। उन्होंंने 30 लाख वोटों से कट्टरपंथी नेता सईद जलीली को हराया है। पजशकियान को 1.64 करोड़ वोट मिले। वहीं जलीली को 1.36 करोड़ वोट हासिल हुए। बता दें कि ईरान में इसी साल फरवरी में चुनाव हुए थे जिसमें इब्राहिम रईसी दोबारा देश के राष्ट्रपति बने थे।

By Agency Edited By: Piyush Kumar Updated: Sat, 06 Jul 2024 09:59 AM (IST)
Hero Image
मसूद पजशकियान बने ईरान के 9वें राष्ट्रपति।(फोटो सोर्स: रॉयटर्स)

एपी,दुबई। ईरान में मसूद पजशकियान (Masoud Pezeshkian) देश के 9वें राष्ट्रपति बन गए।  उन्होंने कट्टरपंथी सईद जलीली को शिकस्त दी है। मसूद पजशकियान को एक हिजाब विरोधी और उदारवादी नेता के रूप में जाना जाता है।

इब्राहिम रईसी की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में हुई थी मौत

ईरानी स्टेट मीडिया IRNA के अनुसार, पजशकियान को 1.64 करोड़ वोट मिले। वहीं, जलीली को 1.36 करोड़ वोट हासिल हुए।

बता दें कि ईरान में इसी साल फरवरी में चुनाव हुए थे, जिसमें इब्राहिम रईसी दोबारा देश के राष्ट्रपति बने थे। इब्राहिम रईसी की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो जाने के कारण यह चुनाव हो रहा है। इस साल 19 मई को  रईसी की हेलिकॉप्टर क्रैश में मौत हो गई थी।

हिजाब की खिलाफत करते हैं पजशकियान

मसूद पजशकियान एक सर्जन रह चुके हैं। वो फिलहाल देश के स्वास्थ्य मंत्री हैं। चुनाव से पहले राजनीतिक भाषणों के दौरान उन्होंने कई बार हिजाब की खिलाफत की थी। उन्होंने कई बार कहा है कि वो किसी प्रकार के मॉरल पुलिसिंग के खिलाफ हैं। गौरतलब है कि इस चुनाव में हिजाब का मुद्दा छाया रहा।

हिजाब बना चुनावी मुद्दा

साल 1979 में इस्लामिक क्रांति के बाद से ईरान में हिजाब का कानून लागू हुआ था। इस कानून के बनने के बाद ईरान की महिलाएं अलग-अलग तरह से इसका विरोध करती रही हैं। हिजाब का विरोध कर रहीं 22 साल की महसा अमीनी की मौत के बाद हिंसक प्रदर्शन हुए थे।

हिजाब का विरोध कर रही अमीनी को पुलिस को गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस पर आरोप लगा कि उसे बेरहमी से पीटा गया, जिसकी वजह से वो कोमा में चली गई और उसकी मौत हो गई। 

यह भी पढ़ें: US Election 2024: तीन में से एक डेमोक्रेट की चाह, राष्ट्रपति दौड़ से हट जाएं जो बाइडन; पहली प्रेसिडेंशिएल डिबेट के बाद बढ़ी चिंता