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Nuclear Deal: ईरान की दो टूक, कहा- सिर्फ 2015 के परमाणु समझौते के तहत निरीक्षण स्वीकार

ईरान ने कहा है कि वह साल 2015 में हुए परमाणु समझौते में अब और निरीक्षण की अनुमति नहीं देगा। ईरान के परमाणु ऊर्जा संगठन के प्रमुख मोहम्मद एस्लामी ने कहा कि हम परमाणु समझौते की रूपरेखा में निरीक्षण के लिए प्रतिबद्ध हैं जो परमाणु प्रतिबंधों से जुड़े हुए है।

By Sonu GuptaEdited By: Updated: Wed, 24 Aug 2022 03:58 PM (IST)
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ईरान परमाणु समझौते में अब और निरीक्षण की अनुमति नहीं देगा। (फोटो- रॉयटर्स)
दुबई, एजेंसी। ईरान ने कहा है कि वह साल 2015 में हुए परमाणु समझौते में अब और निरीक्षण की अनुमति नहीं देगा। देश के परमाणु प्रमुख ने बुधवार को कहा कि अमेरिका विश्व शक्तियों के साथ मिलकर तेहरान के परमाणु समझौते को पुनर्जीवित करने के प्रस्ताव का जवाब देने के लिए तैयार है।

परमाणु प्रतिबंधों से जुड़े प्रस्ताव पर निरीक्षण को तैयार

ईरानी मीडिया द्वारा जारी किए गए वीडियो के अनुसार ईरान के परमाणु ऊर्जा संगठन के प्रमुख मोहम्मद एस्लामी ने कहा, 'हम परमाणु समझौते की रूपरेखा में निरीक्षण के लिए प्रतिबद्ध हैं जो परमाणु प्रतिबंधों से जुड़े हुए हैं और जिन्हें हम पहले स्वीकार किए हैं।' उन्होंने कहा कि पहले हुए समझौते से एक शब्द ज्यादा या एक शब्द कम निरीक्षण की अनुमति नहीं होगा।

परमाणु कार्यक्रम की जांच बंद करे अंतरराष्ट्रीय निरीक्षक

अमेरिका के एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को रॉयटर्स को बताया कि ईरान ने तेहरान के परमाणु कार्यक्रम पर लगाम लगाने के लिए समझौते को दोबारा शुरू करने की अपनी कुछ प्रमुख मांगों को छोड़ दिया है। ईरान ने निवेदन किया है कि अंतरराष्ट्रीय निरीक्षक इसके परमाणु कार्यक्रम की कुछ जांच बंद कर दें, जिससे समझौते की संभावना और अधिक बढ़ सके। हालांकि एस्लामी ने इसका खंडन करते हुए कहा कि अगर 2015 के परमाणु समझौते को दोबारा शुरू किया जाता है तो कार्यान्वयन दिवस से पहले जांच बंद कर दी जानी चाहिए। ईरान की न्यूज एजेंसी आईआरएनए ने यह जानकारी दी है।

अमेरिका ने छोड़ा था समझौता

यूरोपीय संघ द्वारा प्रस्तावित मसौदा समझौता पर वाशिंगटन को जल्द जवाब देना है, जो ईरान के साथ साल 2015 में किए गए परमाणु समझौते को दौबारा पुनर्जीवित करेगा। मालूम हो कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस समझौते को छोड़ दिया था हालांकि वर्तमान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने इसको पुनर्जीवित करने की मांग की है।

ईरान की हुई थी आलोचना

अमेरिका, फ्रांस, ब्रिटेन और जर्मनी द्वारा जून में तैयार किए गए एक प्रस्ताव को संयुक्त राष्ट्र (UN) परमाणु निगरानी संस्था के 35 देशों के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स ने इस प्रस्ताव को पास किया, जिसमें ईरान ने अपने तीन अघोषित जगहों पर पाए गए यूरेनियम पर अपनी सफाई नहीं दे पाया था, जिसके कारण उसकी आलोचना की गई थी।