ईरान और ताजिकिस्तान ने अफगानिस्तान में समावेशी सरकार के गठन की कही बात, तालिबान ने किया विरोध
Iran Tajikistan on Afghanistan ताजिकिस्तान के राष्ट्रपति इमाम अली रहमान के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन के दौरान ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी ने कहा कि दोनों देश अफगानिस्तान में एक समावेशी सरकार की स्थापना चाहते हैं जिसमें सभी जातीय समूह और धर्म शामिल हों। प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए रायसी ने अमेरिका पर अफगानिस्तान में विनाश हत्या कत्लेआम और पिछड़ेपन का आरोप लगाया।
By AgencyEdited By: Mahen KhannaUpdated: Fri, 10 Nov 2023 07:30 AM (IST)
एएनआई, काबुल। Iran Tajikistan on Afghanistan ईरान और ताजिकिस्तान ने अफगानिस्तान में एक समावेशी सरकार के गठन का आह्वान किया है। ताजिकिस्तान के राष्ट्रपति इमाम अली रहमान के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन के दौरान ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी ने कहा कि दोनों देश अफगानिस्तान में एक समावेशी सरकार की स्थापना चाहते हैं, जिसमें सभी जातीय समूह और धर्म शामिल हों।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए रायसी ने अमेरिका पर अफगानिस्तान में विनाश, हत्या, कत्लेआम और पिछड़ेपन का आरोप लगाया।
सभी धर्मों की सरकार बनाने की कही बात
रायसी ने कहा कि हमारा मानना है कि अफगानिस्तान में एक ऐसी सरकार स्थापित की जानी चाहिए, जो अफगानिस्तान की सभी जातियों, धर्मों और लोगों का प्रतिनिधित्व करे और इस देश की प्रगति की दिशा में स्थायी कदम उठा सके।इमाम अली रहमान ने कहा कि बातचीत के दौरान, हमने अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय मुद्दों, विशेष रूप से अफगानिस्तान की स्थिति, फलस्तीनी मुद्दे और दुनिया के अन्य क्षेत्रों की समस्याओं पर चर्चा की।
तालिबान ने किया विरोध
हालांकि, तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने कहा कि उनकी सरकार समावेशी है और दोनों देशों से अफगानिस्तान के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करने को कहा।मुजाहिद ने कहा कि अफगानिस्तान के आंतरिक मुद्दों को अफगानों पर छोड़ दिया जाना चाहिए और अन्य देशों को इसकी प्रणाली में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए, क्योंकि अफगानिस्तान पिछले 40 वर्षों से बाहरी हस्तक्षेप का स्रोत रहा है, जिसका कोई परिणाम नहीं निकला है।
इससे पहले कार्यवाहक विदेश मंत्री अमीर खान मुत्ताकी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने अभी तक अफगानिस्तान में समावेशी सरकार की स्थापना की स्पष्ट परिभाषा नहीं दी है।