Shireen Abu Akleh: जानें- कौन थी शिरीन, जिसकी मौत पर चार माह बाद भी मचा हैं हंगामा, क्या है इजरायल आर्मी की फाइनल रिपोर्ट
Shireen Abu Akleh की मौत की रिपोर्ट इजरायल आर्मी की तरफ से सामने आ गई है। इसमें इजरायल ने कहा है कि उनकी मौत न पहचान पाने की वजह से हुई होगी। इसमें इजरायल ने अपने जवान का बचाव भी किया है।
By Kamal VermaEdited By: Updated: Tue, 06 Sep 2022 10:31 AM (IST)
तेल अवीव (एजेंसी)। पत्रकार शिरीन अबू अकलेह की मौत की जांच रिपोर्ट को इजरायल आर्मी ने जारी कर दिया है। इजरायल डिफेंस आर्मी की फाइनल रिपोर्ट में इजरायल ने माना है कि 4 माह पहले गाजा में रिपोर्टिंग के दौरान मारी गई फलस्तीन-अमेरिकी रिपोर्टर शिरीन अबू अकलेह की मौत की वजह उसके ही एक सैनिक की बंदूक से चली गोली थी। इजरायल ने ये भी कहा है कि एक आतंकी के भुलाए में शिरीन को गोली लग गई थी। इजरायल आर्मी की तरफ से कहा गया है कि इस बात की काफी संभावना है कि उस वक्त इजरायली डिफेंस फोर्स के जवान द्वारा आतंकियों को निशाना बनाने के चक्कर में ऐसा हुआ हो। इस रिपोर्ट में इजरायल ने अपने जवान का बचाव करते हुए साफ कहा है कि ये पहचानने में हुई भूल की वजह से हुई एक घटना थी। जवान आतंकी और रिपोर्टर में अंतर नहीं कर सका जिसके चलते ये घटना घटी।
इजरायल के इस बयान के बाद अमेरिका ने कहा है कि इजरायल सरकार इसके लिए जिम्मेदारी तय करे और न्याय करे। वहीं दूसरी तरफ इजरायल की तरफ से जारी रिपोर्ट शक के घेरे में है। ऐसा इसलिए है क्योंकि जिस वक्त ये घटना घटी उस वक्त शिरीन ने बुलेटप्रुफ जैकेट पहनी हुई थी जिस पर प्रेस लिखा था। इसके अलावा उन्होंने हैलमेट भी पहना हुआ था। ऐसे में आतंकी और उनके बीच फर्क क्यों नहीं किया जा सका, इसको लेकर सवाल उठ रहा है। जांच के मुताबिक गोली सीधे उनके सिर में लगी थी, जिससे उनकी कुछ ही पलों में मौत हो गई थी। वहीं दूसरी तरफ शिरीन के परिजनों का साफ कहना है कि इजरायल इस मामले में अपनी जिम्मेदारी से बच रहा है। उन्होंने इसको कोल्ड ब्लडेड मर्डर बताया है।
शिरीन के परिजनों का ये भी कहना है कि इजरायल इस घटना पर केवल एक प्रेस रिलीज जारी कर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ने में लगा हुआ है। उन्होंने अमेरिका से इस संबंध में जांच कराने की अपील की है। उन्होंने इजरायल की जांच रिपोर्ट पर संदेह जताया है। फलस्तीन ने भी इजरायल की रिपोर्ट को हास्यास्पद बताया है। फलस्तीन का कहना है कि इजरायल ने जानबूझकर शिरीन की हत्या की है। अल जजीरा ने इस अपने पत्रकार की मौत के मामले में इजरायल की रिपोर्ट को खारिज करते हुए किसी अंतरराष्ट्रीय एजेंसी से निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है।
बता दें कि शिरीन की मौत उस वक्त हुई थी जब 11 मई को गाजा में इजरायल उत्तरी वेस्ट बैंक में सशस्त्र फलस्तीनी समूह के गढ़ जेनिन शरणार्थी शिविर में एक अभियान चलाया था। शिरीन यहां पर लाइव रिपोर्टिंग कर रही थीं। इसी दौरान चली एक गोली से उनकी मौत हो गई थी। इस घटना में उनके साथी पत्रकार अली अल समुदी को भी गोली लगी थी। शिरीन काफी समय से गाजा के वैस्ट बैंक में रिपोर्टिंग कर रही थीं। वो अल जजीरा की एक जानी पहचानी पत्रकार थीं। उनकी इस तरह से हुई मौत पर संयुक्त राष्ट्र ने भी दुख जताया था।
यूएन की तरफ से भी इस मामले की निष्पक्ष जांच की अपील की गई थी। इजरायल ने शिरीन की मौत के लिए पहले फलस्तीन के सशस्त हमलावर संगठनों को ही जिम्मेदार ठहराया था। इजरायल के तत्कालीन पीएम नफ्ताली बेनेट ने इस घटना के तुरंत बाद सफाई देते हुए इस घटना से अपना पल्ला झाड़ने की कोशिश की थी।