Israel Hamas War: सभी नेपाली छात्र सुरक्षित जगहों पर भेजे गए, शवों को लाने के लिए विदेश मंत्री ने मांगी मदद
नेपाल के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता ने कहा दुख की बात है कि पिछले शनिवार हमास के हमले में 10 नेपाली छात्रों की जान चली गई। हमास के हमले की चपेट में 17 नेपाली छात्र आए थे। इनमें से चार घायल है। उनका इलाज इजरायली सेना की सहायता से किया जा रहा है। एक छात्र से संपर्क नहीं हो सका है। बाकी दो इजरायली सरकार की सुरक्षा में हैं।
By Jagran NewsEdited By: Mohammad SameerUpdated: Wed, 11 Oct 2023 06:48 AM (IST)
पीटीआई, काठमांडू। नेपाल सरकार ने मंगलवार को कहा कि इजरायल में मौजूद सभी नेपाली छात्रों को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया गया है। नेपाल के विदेश मंत्री एनपी सऊद ने अपने इजरायली समकक्ष एली कोहेन को फोन किया और हमास हमले में मारे गए 10 छात्रों के शवों को वापस लाने के लिए सहयोग मांगा।
सऊद ने कोहेन से इजरायल में पढ़ रहे नेपाली छात्रों को नेपाल लाने के लिए भी मदद मांगी। कोहेन ने नेपाली छात्रों की स्वदेश वापसी और शवों को नेपाल वापस लाने के लिए सहायता करने का भी आश्वासन दिया।नेपाल के विदेश मंत्रालय ने कहा, इजरायली सेना की सहायता से हमने सभी छात्रों को सुरक्षित क्षेत्रों में पहुंचा दिया है।
मंत्रालय इजरायल में नेपाल दूतावास की टीम के साथ लगातार संपर्क बनाए हुए है। नेपाल के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता सेवा लमसल ने कहा, दुख की बात है कि पिछले शनिवार हमास के हमले में 10 नेपाली छात्रों की जान चली गई। हमास के हमले की चपेट में 17 नेपाली छात्र आए थे।
इनमें से चार घायल है। उनका इलाज इजरायली सेना की सहायता से किया जा रहा है। एक छात्र से संपर्क नहीं हो सका है। बाकी दो इजरायली सरकार की सुरक्षा में हैं। ये छात्र उन 49 छात्रों में से थे, जो 11 महीने के सीखो और कमाओ योजना के तहत पिछले महीने इजरायल गए थे। शेष 32 छात्रों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया गया है।
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