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जंग के बीच नेतन्याहू ने रतन टाटा को किया याद, पीएम मोदी के नाम लिखा खास मैसेज

Israel PM Netanyahu on Ratan Tata जामिन नेतन्याहू ने टाटा समूह के पूर्व अध्यक्ष रतन टाटा के निधन पर शोक व्यक्त किया। शनिवार को एक्स पर एक पोस्ट में नेतन्याहू ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम एक खास मैसेज लिखते हुए कहा कि रतन टाटा ने इजरायल और भारत के बीच संबंधों को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभाई है।

By Agency Edited By: Mahen Khanna Updated: Sun, 13 Oct 2024 12:46 PM (IST)
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Israel PM Netanyahu on Ratan Tata रतन टाटा के निधन पर नेतन्याहू ने जताया शोक।
एजेंसी, यरूशलम। Israel PM Netanyahu on Ratan Tata इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने टाटा समूह के पूर्व अध्यक्ष रतन टाटा के निधन पर शोक व्यक्त किया।

शनिवार को एक्स पर एक पोस्ट में नेतन्याहू ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम एक खास मैसेज लिखते हुए कहा कि रतन टाटा ने इजरायल और भारत के बीच संबंधों को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभाई है।

रतन टाटा को बताया भारत का गौरवशाली बेटा

नेतन्याहू ने पोस्ट में लिखा,

मैं और इजरायल में कई लोग भारत के गौरवशाली बेटे और हमारे दोनों देशों के बीच दोस्ती के हिमायती रतन नवल टाटा के निधन पर शोक व्यक्त करते हैं। 

नेतन्याहू ने टाटा परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की 

इजरायली पीएम नेतन्याहू ने टाटा के परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की और उद्योगपति की स्थायी विरासत की प्रशंसा की। रतन टाटा का 9 अक्टूबर को 86 वर्ष की आयु में मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया। उनका अंतिम संस्कार मुंबई में राजकीय सम्मान के साथ किया गया।

पद्म विभूषण से सम्मानित थे रतन टाटा

बता दें कि 28 दिसंबर 1937 को मुंबई में जन्मे टाटा न केवल अपने व्यावसायिक कौशल के लिए बल्कि अपने परोपकारी कार्यों के लिए भी जाने जाते थे। टाटा संस के अध्यक्ष के रूप में उन्होंने जगुआर लैंड रोवर और टेटली जैसी प्रमुख कंपनियों का अधिग्रहण कर टाटा समूह को वैश्विक पटल पर ला दिया। उन्हें 2008 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया।

कई वैश्विक नेताओं ने जताया दुख

रतन टाटा के निधन पर कई और वैश्विक नेताओं ने भी दुख व्यक्त किया। भारत में जर्मन राजदूत फिलिप एकरमैन ने टाटा को 'अद्भुत व्यक्ति' और 'शानदार उद्यमी' कहा। एकरमैन, 15 साल पहले टाटा से मिले थे और उन्होंने टाटा के निधन को भारत के लिए एक बड़ी क्षति बताया।

फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने भी अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि टाटा के नेतृत्व ने भारत और फ्रांस दोनों में उद्योगों को बहुत आगे बढ़ाया। मैक्रों ने टाटा की "मानवतावादी दृष्टि" और सामाजिक बेहतरी के लिए उनकी आजीवन प्रतिबद्धता की प्रशंसा की।