Israel Hamas War: UN ने किया गाजा पट्टी में लड़ाई को रोकने का आह्वान, युद्ध के बाद पहली बार तोड़ी चुप्पी
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने गाजा पट्टी में लड़ाई को रोकने का आह्वान किया इजरायल और हमास के बीच खूनी संघर्ष शुरू होने के बाद पहली बार UN ने अपनी चुप्पी तोड़ी है। परिषद ने विस्तारित मानवीय विराम और हमास द्वारा रखे गए सभी बंधकों की रिहाई का आह्वान किया। इजरायल ने संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव की निंदा की और दावा किया कि यह जमीनी वास्तविकता से अलग था।
By Jagran NewsEdited By: Versha SinghUpdated: Thu, 16 Nov 2023 09:00 AM (IST)
डिजिटल डेस्क, संयुक्त राष्ट्र। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने गाजा पट्टी में लड़ाई को रोकने का आह्वान किया, इजरायल और हमास के बीच खूनी संघर्ष शुरू होने के बाद पहली बार उसने अपनी चुप्पी तोड़ी है। अपने प्रस्ताव में, परिषद ने "विस्तारित मानवीय विराम" और हमास द्वारा रखे गए सभी बंधकों की रिहाई का आह्वान किया।
यह बयान हमास के सुरंग नेटवर्क की खोज के लिए गाजा में अल शिफा अस्पताल पर इजरायली सैनिकों द्वारा छापा मारने के कुछ ही घंटों बाद आया है। अस्पताल में वर्तमान में नवजात शिशुओं सहित हजारों बीमार और बेघर लोग रहते हैं।
इजरायल ने संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव की निंदा की और दावा किया कि यह "जमीनी वास्तविकता से अलग" था।
UN का प्रस्ताव वास्तविकता से अलग है- एर्दान
संयुक्त राष्ट्र में इजराइल के राजदूत गिलाद एर्दान ने कहा, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का प्रस्ताव वास्तविकता से अलग है और अर्थहीन है। परिषद चाहे जो भी निर्णय ले, इजरायल अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुसार कार्य करना जारी रखेगा जबकि हमास के आतंकवादी प्रस्ताव को पढ़ेंगे भी नहीं, इसका पालन करना तो दूर की बात है।
एर्दान ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र परिषद ने अभी भी 7 अक्टूबर के नरसंहार की निंदा नहीं की है, जहां हमास के 5,000 रॉकेटों और सीमा के माध्यम से दक्षिणी इजरायल में घुसने के बाद 1,200 इजरायली मारे गए थे।
एर्दन ने कहा, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि परिषद 7 अक्टूबर को हमास द्वारा किए गए नरसंहार को नजरअंदाज कर रही है, निंदा नहीं कर रही है या उसका उल्लेख भी नहीं कर रही है, जिसके कारण गाजा में युद्ध हुआ। यह वाकई शर्मनाक है।