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Israel: 'जो हम से टकराएगा, भारी कीमत चुकाएगा', इजरायली पीएम नेतन्याहू बोले- ईरान हो या हमास सभी को करारा जवाब मिलेगा

Israel-Iran Conflict इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अपने दुशमनों को एक बार फिर चेताया है। गाजा में हमास आतंकवादियों के खात्मे का आह्वान करते हुए नेतन्याहू ने कहा कि वो जल्द ही युद्ध के सभी उद्देश्य पूरे करेंगे। नेतन्याहू ने कहा कि ईरान और उसके अनुयायी हमें आतंकवाद के चंगुल में फंसाना चाहते हैं लेकिन हम हर मोर्चे पर उसे जवाब देना जानते हैं।

By Agency Edited By: Mahen Khanna Updated: Mon, 05 Aug 2024 09:15 AM (IST)
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Israel-Iran Conflict ईरान पर बरसे इजरायली पीएम नेतन्याहू।
एएनआई, तेल अवीव। Israel-Iran Conflict हमास और हिजबुल्लाह के टॉप लीडर्स को निशाना बनाने के बाद अब इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अपने दुशमनों को एक बार फिर चेताया है। गाजा में हमास आतंकवादियों के खात्मे का आह्वान करते हुए नेतन्याहू ने कहा कि वो जल्द ही युद्ध के सभी उद्देश्य पूरे करेंगे।

इजरायली पीएम ने ये भी घोषणा की कि वो अपने सभी बंधकों की घर वापसी जल्द करवाएगा।

भारी कीमत चुकानी पड़ेगी...

नेतन्याहू ने कहा कि ईरान और उसके अनुयायी हमें आतंकवाद के चंगुल में फंसाना चाहते हैं, लेकिन हम हर मोर्चे पर उसे जवाब देना जानते हैं। चाहे वो पास में हो या दूर, हम किसी दुशमन को नहीं छोड़ने वाले, जो कोई भी हमें नुकसान पहुंचाना चाहेगा, उसे बहुत भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। 

नेतन्याहू की यह चेतावनी उनके दिग्गज पूर्व नेता और संस्थापक जी एव जाबोटिंस्की की मृत्यु की वर्षगांठ पर आयोजित एक राजकीय समारोह में दी।  

हमास नेता की हत्या के बाद बढ़ा गतिरोध

बता दें कि तेहरान में हमास के राजनीतिक नेता इस्माइल हनीयेह की हत्या के बाद इजरायल और ईरान में गतिरोध और बढ़ गया है। ईरान ने इसके पीछे इजराइल को जिम्मेदार ठहराया है, हालांकि इजराइली अधिकारियों द्वारा इसकी पुष्टि नहीं की गई है।

इजरायल और हिज्बुल्लाह में जंग जैसे हालात

दोनों देशों में ये गतिरोध लगातार बढ़ता जा रहा है, क्योंकि महीनों से सीमा पार की झड़पें हिज्बुल्लाह और इजराइल के बीच बड़े युद्ध की आहट लग रही हैं। दोनों विरोधियों के बीच आखिरी बार 2006 में एक विनाशकारी युद्ध हुआ था, जिसमें इजराइल ने बेरूत में लेबनान के एकमात्र यात्री हवाई अड्डे पर बमबारी की थी।

वर्तमान स्थिति की गंभीरता ने भारत सहित विभिन्न दूतावासों को अपने नागरिकों से लेबनान छोड़ने का आग्रह किया है, जबकि वाणिज्यिक उड़ानें उपलब्ध हैं।