Israel Hamas War: हमास आतंकियों के रॉकेट से ही गई अल-अहली अस्पताल में 500 लोगों की जान! इजरायल ने पेश किए सबूत
गाजा के अल-अहली अल-अरबी अस्पताल में मंगवार शाम जोरदार धमाका हुआ। हमास ने इस धमाके के लिए इजरायल को जिम्मेदार ठहराया था। हालांकि इजरायली सुरक्षाबलों ने कुछ सबूत पेश किए हैं। दावा किया है कि अस्पताल में धमाका गाजा में सक्रिय आतंकी समूह फलस्तीनी इस्लामिक जिहाद (पीआइजे) द्वारा दागे गए रॉकेट के गलत दिशा में जाकर फटने की वजह से हुआ था।
रॉयटर, तेल अवीव। गाजा के अल-अहली अल-अरबी अस्पताल में मंगलवार शाम हुए धमाके इजरायली बमबारी का नतीजा नहीं, बल्कि आतंकियों की करतूत है। हमास ने इसके लिए इजरायल को जिम्मेदार ठहराया था, लेकिन इजरायली सुरक्षाबलों ने बुधवार को ड्रोन वीडियो और आतंकियों के बीच की आडियो रिकॉर्डिंग जारी कर इस बात के ठोस सबूत पेश किए कि अस्पताल में धमाका गाजा में सक्रिय आतंकी समूह फलस्तीनी इस्लामिक जिहाद (पीआइजे) द्वारा दागे गए राकेट के गलत दिशा में जाकर फटने की वजह से हुआ था।
हमास का दावा- 500 लोगों की मौत
पीआइजे ने इजरायल के आरोपों से इन्कार किया है। हमास के विरुद्ध लड़ाई में एकजुटता प्रदर्शित करने इजरायल पहुंचे अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने भी कहा कि गाजा के अस्पताल में विस्फोट इजरायल ने नहीं, बल्कि उसके दुश्मनों ने किया है। अस्पताल में मरने वालों की संख्या को लेकर भी अलग अलग दावे हैं। हमास ने मृतकों की संख्या लगभग 500 बताई है, लेकिन इजरायल का कहना है कि संख्या को बढ़ा-चढ़ाकर बताया गया है।
इजरायल ने जारी किया ड्रोन फुटेज
इजरायल ने बुधवार को अस्पताल के विस्फोट स्थल का ड्रोन फुटेज जारी किया। उसने कहा कि इस फुटेज से साफ पता चलता है कि वहां किसी मिसाइल या बम से कोई गड्ढा नहीं हुआ। विस्फोट स्थल पर गड्ढे का मौजूद न होना, इस बात का सुबूत है कि यह (विस्फोट) उसके सुरक्षाबलों के हवाई हमले का परिणाम नहीं है, जैसा कि हमास संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय दावा कर रहा है।
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अस्पताल में हमले को लेकर आईडीएफ का दावा
इजरायल रक्षा बल (आईडीएफ) का कहना है कि अस्पताल के पार्किंग स्थल में अगर उसके आयुधों से हमला हुआ होता तो वहां उसके गड्ढे होते, न कि पार्किंग स्थल धू-धूकर जलता नजर आता। ड्रोन के वीडियो में नजर आ रहा है कि पार्किंग स्थल में विस्फोट के कारण उस क्षेत्र में भीषण आग लग गई, लेकिन वहां हमले के कोई निशान नहीं दिखे। जबकि, इजरायल के हमलों के बाद आमतौर पर जमीन में गहरे गड्ढे हो जाते हैं।
आईडीएफ ने एक 'साउंडट्रैक' भी जारी किया और दावा किया कि यह आवाज आतंकियों के बीच हुई बातचीत का अंश है, जिसमें वे गलत दिशा में रॉकेट दागे जाने के बारे में बात कर रहे हैं। आईडीएफ ने कहा कि आतंकियों को एहसास हुआ कि रॉकेट गलत दिशा में अल-अहली अस्पताल की ओर दागा गया है।
उल्लेखनीय है कि फलस्तीनी इस्लामिक जिहाद एक छोटा, लेकिन अत्यंत कट्टर फलस्तीनी आतंकी संगठन है, जो इजरायल के विरुद्ध अपने साझा संघर्ष में हमास की मदद करता है। घटना के बाद से 'अल जजीरा' चैनल पर प्रसारित 'लाइव स्ट्रीम' सहित अन्य वीडियो फुटेज से इजरायल के दावे की पुष्टि होती है। कतर के इस टीवी नेटवर्क पर अक्सर इजरायल के विरुद्ध पक्षपाती होने का आरोप लगाया जाता है और इजरायली प्रतिष्ठान के साथ उसका टकराव रहा है।
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