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Taiwan-Japan Relations: ताइवान की यात्रा पर पहुंचेंगे जापानी नेता, राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन से करेंगे मुलाकात

प्रतिनिधि का नेतृत्व सांसद हिरोशिगे सेको करेंगे जो वर्तमान में जापानी डाइट में हाउस ऑफ काउंसिलर्स में LDP की सदस्य हैं। प्रतिनिधि मंडल में 11 सांसद शामिल होंगे जो सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले जापानी प्रधानमंत्री शिंजो आबे के नेतृत्व वाले एलडीपी गुट का हिस्सा थे।

By AgencyEdited By: Shashank MishraUpdated: Sat, 24 Dec 2022 05:58 PM (IST)
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ताइवान और जापान दोनों वैश्विक लोकतांत्रिक राजनीति से संबंधित हैं।
ताइपे, एएनआई। जापान का सांसद प्रतिनिधिमंडल सोमवार को ताइवान का दौरा करेगा और चार दिवसीय यात्रा के दौरान राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन और अन्य शीर्ष अधिकारियों से मुलाकात करेगा। जिसको लेकर फोकस ने विदेश मंत्रालय (एमओएफए) का हवाला दिया और कहा कि जापान की संबद्ध पार्टी लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी का प्रतिनिधि ताइवान और जापान के बीच संबंधों पर चर्चा करने के लिए त्साई, उपराष्ट्रपति लाइ चिंग-ते, प्रीमियर सु त्सेंग-चांग और विधानसभा अध्यक्ष यू सी-कुन से भी मुलाकात करेंगे। प्रतिनिधि का नेतृत्व सांसद हिरोशिगे सेको करेंगे, जो वर्तमान में जापानी डाइट में हाउस ऑफ काउंसिलर्स में एलडीपी की सदस्य हैं। ताइवान के अनुसार प्रतिनिधि मंडल में 11 सांसद शामिल होंगे, जो सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले जापानी प्रधानमंत्री शिंजो आबे के नेतृत्व वाले एलडीपी गुट का हिस्सा थे।

ताइवान के पूर्व राष्ट्रपति ली तेंग-हुई को न्यू ताइपे में सम्मान देंगे, साथ ही 29 दिसंबर को प्रस्थान करने से पहले काऊशुंग में शिंजो अबे के स्मारक पर भी जाएंगे। बता दें इससे पहले अगस्त में लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी के दो नेताओं ने 22-24 अगस्त तक ताइवान की यात्रा की थी। जहां उन्होंने राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन से मुलाकात की थी। जहां उन्होंने अमेरिका के साथ रक्षा तंत्र में सुधार पर चर्चा की और चीन द्वारा लाइव-फायर सैन्य अभ्यास पर विचार साझा किया।

जापान-आरओसी डाइट में कंसल्टेटिव काउंसिल के अध्यक्ष फुरुया कीजी और काउंसिल के महासचिव किहारा मिनोरू ने उपराष्ट्रपति लाई चिंग-ते, प्रीमियर सु त्सेंग-चांग, ​​विधान सभा अध्यक्ष यू हसी-कुन, विदेश मंत्री जोसेफ वू से मुलाकात की। ताइवान न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, दिव्यांग पूर्व राष्ट्रपति ली तेंग-हुई को सम्मान देने के लिए दोनों वुझी माउंटेन मिलिट्री कब्रिस्तान में रुके।

एमओएफए ने कहा कि ऐसे समय में जब अधिनायकवादी राज्य विदेशों में आक्रमण और विस्तार करते हैं, क्षेत्रीय तनाव पैदा करते हैं और मौलिक अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था को चुनौती देने का इरादा रखते हैं, लोकतंत्र की स्वतंत्रता और लोकतंत्र के साझे मूल्यों की रक्षा के लिए एकता होनी चाहिए। साथ ही विदेश मंत्रालय ने कहा कि ताइवान और जापान दोनों वैश्विक लोकतांत्रिक राजनीति से संबंधित हैं और उनकी घनिष्ठ मित्रता है। ताइवान न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, फुरुया और किहारा की ताइवान और जापान के बीच की यात्रा से गहरा सहयोग मिलेगा।

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