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Jordan Airstrike: जॉर्डन में अमेरिकी मिलिट्री बेस पर हुए हमले के बाद ईरान ने दी अपनी सफाई, कहा- 'इससे हमारा कोई संबंध नहीं'

संयुक्त राष्ट्र में ईरान के मिशन ने सोमवार को एक बयान में कहा कि तेहरान जॉर्डन (Jordan Air Strike) हमले में शामिल नहीं था । बता दें कि बाइडन ने इस हमले के लिए ईरान समर्थित मिलिशिया को जिम्मेदार ठहराया है। रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने कहा कि हम संयुक्त राज्य अमेरिका हमारे सैनिकों और हमारे हितों की रक्षा के लिए सभी आवश्यक कार्रवाई करेंगे। अमेरिका इसका कड़ा जवाब देगा।

By Agency Edited By: Nidhi Avinash Updated: Mon, 29 Jan 2024 10:14 AM (IST)
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जॉर्डन में हुए ड्रोन हमले पर ईरान की सफाई (Image: AP)

रॉयटर्स, तेहरान। Jordon Air Strike: सीरियाई सीमा के पास पूर्वोत्तर जॉर्डन में रात भर हुए ड्रोन हमले में तीन अमेरिकी सैनिकों की मौत हो गई और दर्जनों अन्य घायल हो गए। इस बीच ईरान ने सफाई दी है कि जॉर्डन में हुए ड्रोन हमले से उसका कोई संबंध नहीं है। रात भर हुए ड्रोन हमले में मारे गए 3 अमेरिकी सेना के बाद राष्ट्रपति जो बाइडन ने रविवार को कहा कि अमेरिका इसका जवाब देगा। बता दें कि बाइडन ने इस हमले के लिए ईरान समर्थित मिलिशिया को जिम्मेदार ठहराया है।

राज्य समाचार एजेंसी आईआरएनए द्वारा पब्लिश एक बयान में कहा गया कि 'ईरान का अमेरिकी बेस पर हमले से कोई संबंध नहीं था और इसका इससे कोई लेना-देना नहीं था। क्षेत्र में अमेरिकी बलों और प्रतिरोध समूहों के बीच संघर्ष है, जो जवाबी हमले करते हैं।'

हमलों के पीछे कई ईरानी समर्थित समूहों का हाथ

जो बाइडन इस समय दक्षिण कैरोलिना के दौरे पर हैं और यहां से उन्होंने एक बयान जारी किया। उन्होंने कहा, 'रविवार की रात हमारे लिए काफी कठिन रही। हमने अपने 3 जवान को खो दिया। इसका जवाब हम देंगे।' क्षेत्र में सैन्य वृद्धि के बढ़ते खतरे के साथ, अमेरिकी अधिकारी हमले के लिए जिम्मेदार सटीक समूह की पहचान करने में जुटे हुए हैं, लेकिन उन्होंने आकलन किया है कि इन हमलों के पीछे कई ईरानी समर्थित समूहों का हाथ था।

रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने कहा, 'हम संयुक्त राज्य अमेरिका, हमारे सैनिकों और हमारे हितों की रक्षा के लिए सभी आवश्यक कार्रवाई करेंगे।' 

बेस पर तैनात थे लगभग 350 अमेरिकी सेना

अमेरिकी सेंट्रल कमांड ने कहा कि ड्रोन हमले से कम से कम 34 सैनिक घायल हो गए, जिनमें से आठ को इलाज के लिए जॉर्डन से बाहर भेजा गया। बता दें कि ड्रोन ने जॉर्डन में लॉजिस्टिक सपोर्ट बेस पर हमला किया। सेंट्रल कमांड ने कहा कि लगभग 350 अमेरिकी सेना और वायु सेना कर्मियों को बेस पर तैनात किया गया था। कई अमेरिकी अधिकारियों के अनुसार, जो तीन मारे गए और अधिकांश घायल हुए, वे सेना के जवान थे।

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