उत्तर और दक्षिण कोरिया में बन गई बात, अप्रैल में राष्ट्रपति मून से मिलेंगे किम!
अप्रैल या फिर इस माह के अंत एक दक्षिण कोरिया में एक समिट आयोजित किए जाने की बात सामने आई है। इसमें उत्तर कोरिया की तरफ से वहां के तानाशाह किम जोंग उन हिस्सा लेंगे। वह इस दौरान दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे से मुलाकात करेंगे।
नई दिल्ली [स्पेशल डेस्क]। उत्तर और दक्षिण कोरिया के बीच तनाव के बादल अब छंटते हुए साफतौर पर देखे जा सकते हैं। शीतकालीन ओलंपिक के बाद जो शांति की राह दोनों देशों के बीच बनी है अब उसके प्रयास धीरे-धीरे ही सही लेकिन रंग लाते दिखाई दे रहे हैं। यही वजह है कि अप्रैल या फिर इस माह के अंत एक दक्षिण कोरिया में एक समिट आयोजित किए जाने की बात सामने आई है। यह समिट इस लिहाज से भी बेहद खास होने वाला है क्योंकि इसमें उत्तर कोरिया की तरफ से वहां के तानाशाह किम जोंग उन हिस्सा लेंगे। वह इस दौरान दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे से मुलाकात करेंगे।
पीस हाउस में होगा समिट
मून के टॉप सिक्योरिटी एडवाइजर चुंग उई-योंग ने उत्तर कोरिया से लौटने के बाद इस बात की जानकारी दी है। उनके मुताबिक दोनों देशों की सीमा के नजदीक पनमुनजोग के पीस हाउस में यह सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। यह पूरा इलाका दोनों देशों की सेनाओं की निगरानी में आता है। यदि इसके लिए किम की तरफ से भी रजामंदी मिल गई तो ऐसा पहली बार होगा कि मून और किम आमने-सामने होंगे। आपको बता दें कि 1950-53 के बीच हुए कोरियाई युद्ध के बाद से आज तक दोनों देशों का शीर्ष नेतृत्व आपस में नहीं मिला है। इस लिहाज से चुंग का ये बयान काफी अहम हो गया है।किम से की विशेष दल ने मुलाकात
अमेरिका से बातचीत का इच्छुक किम
दक्षिण कोरिया के दल से हुई इस बातचीत में किम ने अमेरिका के साथ भी बातचीत की इच्छा जताई है। हालांकि इस दौरान किम ने यह भी साफ कर दिया है कि उनके देश को परमाणु संपन्न राष्ट्र बनाने के मसले पर उनकी सोच में कोई बदलाव नहीं आएगा। किम ने यह भी साफ कर दिया है यह उनके पिता का सपना था कि उत्तर कोरिया परमाणु संपन्न राष्ट्र बने।किम को सौंपा मून का पत्र
किम दंपती ने की रात्रिभोज की मेजबानी
दक्षिण कोरिया के दल को किम और उनकी पत्नी ने रात्रिभोज पर भी आमंत्रित किया था। इस दौरान किम की छोटी बहन और सलाहकार किम यो-जोंग भी मौजूद थीं। डिनर का यह आयोजन उत्तर कोरिया की सत्तारूढ़ वर्कर्स पार्टी के मुख्यालय में किया गया था। आपको यहां बता दें कि किम की बहन जोंग पिछले दिनों विंटर ओलंपिक के लिए दक्षिण कोरिया गई थीं। इस दौरान उन्होंने वहां पर राष्ट्रपति मून से मुलाकात कर उन्हें किम का एक पत्र भी सौंपा था और प्योंगयोंग आने का निमंत्रण भी दिया था, जिसको उन्होंने स्वीकार कर लिया था। दक्षिण कोरिया के अधिकारियों का प्योंगयोंग दौरा इसकी ही एक कड़ी माना जा सकता है।हाफिज सईद की गोद में बैठी है पाक सरकार, सामने आया आतंकी पर 'बैन' का सच