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उत्तर और दक्षिण कोरिया में बन गई बात, अप्रैल में राष्‍ट्रपति मून से मिलेंगे किम!

अप्रैल या फिर इस माह के अंत एक दक्षिण कोरिया में एक समिट आयोजित किए जाने की बात सामने आई है। इसमें उत्तर कोरिया की तरफ से वहां के तानाशाह किम जोंग उन हिस्‍सा लेंगे। वह इस दौरान दक्षिण कोरिया के राष्‍ट्रपति मून जे से मुलाकात करेंगे।

By Kamal VermaEdited By: Updated: Wed, 07 Mar 2018 06:19 PM (IST)
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उत्तर और दक्षिण कोरिया में बन गई बात, अप्रैल में राष्‍ट्रपति मून से मिलेंगे किम!

नई दिल्‍ली [स्‍पेशल डेस्‍क]। उत्तर और दक्षिण कोरिया के बीच तनाव के बादल अब छंटते हुए साफतौर पर देखे जा सकते हैं। शीतकालीन ओलंपिक के बाद जो शांति की राह दोनों देशों के बीच बनी है अब उसके प्रयास धीरे-धीरे ही सही लेकिन रंग लाते दिखाई दे रहे हैं। यही वजह है कि अप्रैल या फिर इस माह के अंत एक दक्षिण कोरिया में एक समिट आयोजित किए जाने की बात सामने आई है। यह समिट इस लिहाज से भी बेहद खास होने वाला है क्‍योंकि इसमें उत्तर कोरिया की तरफ से वहां के तानाशाह किम जोंग उन हिस्‍सा लेंगे। वह इस दौरान दक्षिण कोरिया के राष्‍ट्रपति मून जे से मुलाकात करेंगे।

पीस हाउस में होगा समिट

मून के टॉप सिक्‍योरिटी एडवाइजर चुंग उई-योंग ने उत्तर कोरिया से लौटने के बाद इस बात की जानकारी दी है। उनके मुताबिक दोनों देशों की सीमा के नजदीक पनमुनजोग के पीस हाउस में यह सम्‍मेलन आयोजित किया जाएगा। यह पूरा इलाका दोनों देशों की सेनाओं की निगरानी में आता है। यदि इसके लिए किम की तरफ से भी रजामंदी मिल गई तो ऐसा पहली बार होगा कि मून और किम आमने-सामने होंगे। आपको बता दें कि 1950-53 के बीच हुए कोरियाई युद्ध के बाद से आज तक दोनों देशों का शीर्ष नेतृत्‍व आपस में नहीं मिला है। इस लिहाज से चुंग का ये बयान काफी अहम हो गया है।

किम से की विशेष दल ने मुलाकात

यहां पर आपको ये भी बताना जरूरी होगा कि दक्षिण कोरिया की तरफ से राष्‍ट्रपति मून ने अपने विशेष दूत को दो दिन पहले उत्तर कोरिया भेजा था। इसमें दक्षिण कोरिया के एनएसए के साथ अन्‍य लोग भी शामिल थे। इन्‍होंने वहां किम जोंग उन से मुलाकात की थी। इस दौरान किम ने कहा कि वह शीतकालीन ओलंपिक के जरिये दक्षिण कोरिया के साथ रिश्तों में आई गर्माहट को एक नई ऊंचाई तक पहुंचाना चाहते हैं। उन्होंने उत्तर कोरिया के दौरे पर आए दक्षिण कोरिया के प्रतिनिधिमंडल से कहा कि वह दक्षिण कोरिया के साथ संबंधों को उत्साह के साथ आगे बढ़ाने और नया इतिहास रचने के इच्छुक हैं। 2011 में सत्ता में आने के बाद से किम जोंग उन के वरिष्ठ अधिकारियों से दक्षिण कोरियाई प्रतिनिधिमंडल की यह पहली मुलाकात थी।

अमेरिका से बातचीत का इच्‍छुक किम

दक्षिण कोरिया के दल से हुई इस बातचीत में किम ने अमेरिका के साथ भी बातचीत की इच्‍छा जताई है। हालांकि इस दौरान किम ने यह भी साफ कर दिया है कि उनके देश को परमाणु संपन्‍न राष्‍ट्र बनाने के मसले पर उनकी सोच में कोई बदलाव नहीं आएगा। किम ने यह भी साफ कर दिया है यह उनके पिता का सपना था कि उत्तर कोरिया परमाणु संपन्‍न राष्‍ट्र बने।

किम को सौंपा मून का पत्र

उत्तर कोरिया के सरकारी मीडिया कोरियाई सेंट्रल न्यूज एजेंसी (केसीएनए) के अनुसार, ‘किम जोंग उन ने कोरियाई प्रायद्वीप में सैन्य तनाव कम करने के मसले पर विचारों का आदान-प्रदान किया और व्यापक वार्ता, संपर्क और सहयोग को बढ़ावा देने पर जोर दिया। उन्होंने इस बात को स्पष्ट किया कि उत्तर और दक्षिण के संबंधों को उत्साह के साथ आगे बढ़ाने और राष्ट्रीय एकीकरण का नया इतिहास लिखने के लिए हम ठोस प्रयास करेंगे।’ प्रतिनिधिमंडल ने दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जो इन का एक पत्र भी किम जोंग को सौंपा। इस पर उन्होंने अधिकारियों को व्यावहारिक कदम उठाने के निर्देश दिए। केसीएनए ने हालांकि इस पत्र के बारे में ज्यादा ब्योरा नहीं दिया।

किम दंपती ने की रात्रिभोज की मेजबानी

दक्षिण कोरिया के दल को किम और उनकी पत्नी ने रात्रिभोज पर भी आमंत्रित किया था। इस दौरान किम की छोटी बहन और सलाहकार किम यो-जोंग भी मौजूद थीं। डिनर का यह आयोजन उत्तर कोरिया की सत्तारूढ़ वर्कर्स पार्टी के मुख्यालय में किया गया था। आपको यहां बता दें कि किम की बहन जोंग पिछले दिनों विंटर ओलंपिक के लिए दक्षिण कोरिया गई थीं। इस दौरान उन्‍होंने वहां पर राष्‍ट्रपति मून से मुलाकात कर उन्‍हें किम का एक पत्र भी सौंपा था और प्‍योंगयोंग आने का निमंत्रण भी दिया था, जिसको उन्‍होंने स्‍वीकार कर लिया था। दक्षिण कोरिया के अधिकारियों का प्‍योंगयोंग दौरा इसकी ही एक कड़ी माना जा सकता है।

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