Move to Jagran APP

ट्यूनीशिया में Mediterranean Sea पार करने की कोशिश में 43 प्रवासी डूबे, 84 को नौ सेना ने सुरक्षित बचाया

ट्यूनीशिया में समुद्री नाव दूबने के कारण उसपर सवार 43 प्रवासी मजदूरों की मौत हो गई जबकी अन्य 84 को बचा लिया गया है। ट्यूनीशियाई रेड क्रिसेंट से प्राप्त जानकारी के मुताबिक लीबिया से इटली आते वक्त मेडिटेरियन सी (Mediterranean Sea) पार करने की कोशिश में ये हादसा हुआ है।

By Amit KumarEdited By: Updated: Sat, 03 Jul 2021 07:53 PM (IST)
Hero Image
ट्यूनीशिया में Mediterranean Sea पार करने की कोशिश में 43 प्रवासी डूबे। फाइल फोटो।
टुनिस, रॉयटर्स: ट्यूनीशिया में एक समुद्री नाव दूबने के कारण उसपर सवार 43 प्रवासी मजदूरों की मौत हो गई, जबकी अन्य 84 को बचा लिया गया है। ट्यूनीशियाई रेड क्रिसेंट से प्राप्त जानकारी के मुताबिक लीबिया से इटली आते वक्त मेडिटेरियन सी (Mediterranean Sea) पार करने की कोशिश में ये हादसा हुआ है। साथ ही बताया जा रहा है कि, समुद्री नाव लीबिया के उत्तर पश्चिमी तट ज़ुवारा से मिस्र, सूडान, इरिट्रिया और बांग्लादेश के प्रवासी मजदूरों को लेकर रवाना हुआ था।

समुद्री हादसों में बढ़ोतरी

गौरतलब है कि, हाल ही के महीनों में ट्यूनीशियाई तट पर कई डूबने की घटनाएं हुई हैं। जैसे-जैसे मौसम में सुधार हुआ है ट्यूनीशिया और लीबिया से इटली की ओर यूरोप जाने की कोशिशों में बढ़ोतरी देखी गई है। रेड क्रिसेंट के अधिकारी मोंगी स्लिम के मुताबिक, नौसेना ने लीबिया के ज़ुवारा से यूरोप के ओर रवाना हुआ समुद्री नाव हादसे का शिकार हो गया है। हादसे के बाद उसपर सवार 84 लोगों को बचा लिया गया है, वहीं 43 अन्य लोगों की डूबने से मौत हो गई है।

प्रवासियों का विस्थापन बढ़ा

हाल के वर्षों में सैकड़ों, हजारों लोगों ने खतरनाक मेडिटेरियन सी (Mediterranean Sea) पार किया है। इनमें से ज्यादातर लोग अफ्रीका और मिडिल ईस्ट में युद्ध और गरीबी के कारण वहां से भागकर, रोजगार की तलाश में इस ओर आते हैं। ज्यादातर प्रवासी इटली के रास्ते यूरोप तक पहुंचते हैं, लेकिन गुजरे काफी वक्त से इस रास्ते का इस्तेमाल कम हो गया था। परंतू साल 2021 के शुरूआती दिनों से ही इस रास्ते पर फिर से चहल कदमी बढ़ गई है। इटली के गृह मंत्रालय के आंकड़ों से पता चलता है कि पिछले साल करीब छह हजार सात सौ लोग जुलाई के महीने तक यहां आए थे, लेकिन साल 2021 में अब तक करीब 19हजार 800 प्रवासी अब तक यहां आ चुके हैं।