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India- Maldives: भारत के साथ किए 100 से ज्यादा समझौतों की समीक्षा कर रहा मालदीव, कड़ा फैसला से सकते हैं राष्ट्रपति मुइज्जू

मालदीव की नई सरकार भारत के साथ किए गए 100 से अधिक समझौतों की समीक्षा कर रही है। एक दिन पहले ही राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने भारत से अपने सैन्यकर्मियों को वापस बुलाने का औपचारिक तौर पर आग्रह किया था। मालदीव में 77 भारतीय सैन्यकर्मी हैं जिनको निष्कासित करने के लिए प्रयास शुरू कर दिए हैं जो अलग-अलग काम संभालते हैं।

By Jagran NewsEdited By: Jeet KumarUpdated: Mon, 20 Nov 2023 03:30 AM (IST)
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भारत के साथ किए 100 से ज्यादा समझौतों की समीक्षा कर रहा मालदीव

पीटीआई, माले। मालदीव के एक अधिकारी ने रविवार को बताया कि उनके देश में 77 भारतीय सैन्यकर्मी हैं। साथ ही मालदीव की नई सरकार भारत के साथ किए गए 100 से अधिक समझौतों की समीक्षा कर रही है। एक दिन पहले ही राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने भारत से अपने सैन्यकर्मियों को वापस बुलाने का औपचारिक तौर पर आग्रह किया था।

मालदीव में 77 भारतीय सैन्यकर्मी हैं

राष्ट्रपति कार्यालय में सार्वजनिक नीति के अवर सचिव मोहम्मद फिर्जुल अब्दुल खलील ने एक प्रेस कान्फ्रेंस में कहा कि नए प्रशासन ने पता लगाया है कि मालदीव में 77 भारतीय सैन्यकर्मी हैं। 24 भारतीय सैन्यकर्मी पहले हेलीकॉप्टर के प्रबंधन के लिए, 25 सैन्यकर्मी डोर्नियर एयरक्रॉफ्ट का प्रबंधन करने के लिए और 26 सैन्यकर्मी दूसरे हेलीकॉप्टर का प्रबंधन करने के लिए हैं। दो अन्य मेंटीनेंस और इंजीनियरिंग के लिए हैं।

उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति मुइज्जू ने सभी 77 को निष्कासित करने के लिए प्रयास शुरू कर दिए हैं। मोहम्मद फिर्जुल ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह के प्रशासन ने भारत के साथ 100 से ज्यादा समझौते किए थे और नया प्रशासन उनकी समीक्षा कर रहा है। इन समझौतों में उथुरु थिला फाल्हू (यूटीएफ) समझौता और अन्य रक्षा समझौते शामिल हैं।

भारतीय सैन्यकर्मियों को लेकर कही ये बात

पूर्ववर्ती प्रशासन ने मालदीव में मौजूद भारतीय सैन्यकर्मियों की सही संख्या यह कहते हुए उजागर करने से मना कर दिया था कि इससे राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा हो सकता है। शुक्रवार को शपथ ग्रहण करने के तुरंत बाद मुइज्जू ने कहा था कि वह यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं कि उनका देश अपनी स्वतंत्रता और संप्रभुता को बनाए रखने के लिए किसी भी विदेशी सैन्य उपस्थिति से मुक्त रहे।