India-Maldives Row: भारत के साथ सैनिक वापसी समझौता नहीं बताएगा मालदीव, 88 सैनिकों की वापसी पर न्यूज वेबसाइट ने मांगी थी सूचना
India-Maldives Row न्यूज वेबसाइट एडीशनडाटएमवी ने मालदीव के विदेश मंत्रालय से सैनिकों की वापसी के संबंध में भारत के साथ हुए समझौते की जानकारी मांगी थी। मालदीव सरकार ने कहा है कि 88 भारतीय सैनिकों की वापसी के भारत सरकार के साथ हुए समझौते को वह सार्वजनिक नहीं करेगी। मालदीव में भारतीय सैनिक भारत द्वारा उपहार स्वरूप दिए गए हेलीकाप्टर के संचालन के लिए तैनात हैं।
पीटीआई, माले। मालदीव सरकार ने कहा है कि 88 भारतीय सैनिकों की वापसी के भारत सरकार के साथ हुए समझौते को वह सार्वजनिक नहीं करेगी। दोनों देशों के बीच हुए समझौते के अनुसार 25 सैनिकों का पहला दल मालदीव से भारत लौट चुका है और उनके स्थान पर 26 असैनिक कर्मचारी मालदीव पहुंच चुके हैं।
मालदीव में भारतीय सैनिक भारत द्वारा उपहार स्वरूप दिए गए हेलीकाप्टर के संचालन के लिए तैनात हैं। इंडिया आउट का नारा लगाकर नवंबर 2023 में मालदीव की सत्ता में आए राष्ट्रपति मुहम्मद मुइज्जू ने शपथ ग्रहण के कुछ घंटे बाद ही भारतीय सैनिकों की वापसी की मांग उठा दी थी।
भारतीय सैनिकों के अंतिम दल की वापसी पर बनी सहमति
इसके बाद दोनों देशों के बीच चली बातचीत में 10 मार्च तक सैनिकों के पहले दल और 10 मई तक भारतीय सैनिकों के अंतिम दल की वापसी की सहमति बनी। इनके स्थान पर भारत के असैन्य कर्मी हेलीकाप्टरों का संचालन करेंगे। मालदीव ने कहा है कि ये भारतीय कर्मी उसकी सेना के दिशानिर्देश पर कार्य करेंगे।मुइज्जू को चीन समर्थक नेता माना जाता है और राष्ट्रपति बनने के बाद वह तुर्किये व चीन के दौरे करके उनके साथ कई समझौते कर आए लेकिन भारत नहीं आए हैं, जबकि मालदीव के पूर्व के राष्ट्रपति सत्ता में आने के बाद दशकों के मददगार भारत का दौरा पहले करते थे, किसी अन्य देश का बाद में।