Move to Jagran APP

सूडान में भूमि विवाद को लेकर दो दिन तक चला खूनी संघर्ष, बच्चों और महिलाओं समेत 170 की मौत

Fighting in Sudan South बुधवार और गुरुवार के बीच महिलाओं बच्चों और बुजुर्गों सहित कुल 170 लोग मारे गए हैं। बुधवार को वाड अल-माही क्षेत्र के निवासियों ने भीषण गोलीबारी और घरों में आग लगने की सूचना दी। (फाइल फोटो)

By AgencyEdited By: Dhyanendra Singh ChauhanUpdated: Fri, 21 Oct 2022 08:22 AM (IST)
Hero Image
सूडान के ब्लू नाइल राज्य में हुई हिंसक झड़प (फाइल फोटो)
काएरो, एपी। सूडान के दक्षिणी ब्लू नाइल (Blue Nile) राज्य में भूमि विवाद के चलते जातीय संघर्ष में 170 लोगों की मौत हो गई। दो आदिवासी समुदायों के बीच यह लड़ाई दो दिन तक चली। सुडान में हुई यह हिंसक घटना हाल के महीनों में सबसे खराब में से एक है।

स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ब्लू नाइल राज्य में पिछले हफ्ते हौसा लोगों (Hausa people) और प्रतिद्वंद्वी समूहों के सदस्यों के बीच भूमि विवाद पर बहस के बाद आपस में लड़ाई शुरू हो गई। यह लड़ाई राजधानी खार्तूम से करीब 500 किलोमीटर दूर दक्षिण में रोजेयर्स (Roseires) के पास वाड अल-माही (Wad al-Mahi) क्षेत्र के आसपास हुई है।

कई घरों में आग लगने की भी सूचना

मिली जानकारी के अनुसार केवल बुधवार और गुरुवार के बीच महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों सहित कुल 170 लोग मारे गए हैं। बुधवार को वाड अल-माही क्षेत्र के निवासियों ने भीषण गोलीबारी और घरों में आग लगने की सूचना दी।

सूडान में शुरू हुआ गुस्से का विरोध

हाल ही में मारे गए लोगों के लिए न्याय की मांग के साथ पूरे सूडान में गुस्से का विरोध शुरू हो गया है। जुलाई के अंत तक क्षेत्र के वरिष्ठ नेताओं ने दुश्मनी को समाप्त करने पर सहमति व्यक्त की थी। इसके बावजूद सितंबर में फिर से लड़ाई की घटनाएं सामने आ रही हैं।

पिछले हफ्ते 13 लोगों की गई थी जान

वहीं, मानवीय मामलों के समन्वय के लिए संयुक्त राष्ट्र कार्यालय ने बताया कि पिछले हफ्ते उसी क्षेत्र में भूमि विवाद के कारण हुई झड़पों में कम से कम 13 लोग मारे गए थे। 24 घायल हुए थे। तब से अधिकारियों ने इस क्षेत्र में हिंसा को रोकने के लिए रातभर का कर्फ्यू लगा दिया था।

यह भी पढ़ें : ब्रिटेन के वो प्रधानमंत्री जो एक साल भी पीएम के पद पर नहीं रह सके; सबसे ऊपर हैं लिज ट्रस, 44 दिनों में इस्तीफा

अब तक इस क्षेत्र में 65,000 लोग घर छोड़ने को मजबूर

ओसीएचए द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार हौसा लोगों और अन्य समूहों के बीच पहली बार जुलाई में लड़ाई शुरू हुई थी। अक्टूबर की शुरुआत तक कुल 149 लोग मारे गए थे। 124 घायल हुए थे। साथ ही संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि इस क्षेत्र में हो रही हिंसा के कारण करीब 65,000 लोगों को अपना घर छोड़ने को मजबूर होना पड़ा है।

यह भी पढ़ें : Russia Ukraine War: जमीन पर लेट पुतिन ने स्नाइपर राइफल से लगाया निशाना, युद्ध में सैनिकों को लेकर जताया समर्थन

तख्तापलट के बाद से आर्थिक संकट और राजनीत अशांति से जूझ रहा देश

बता दें कि सूडान पिछले साल के सैन्य तख्तापलट के बाद से गहरी राजनीतिक अशांति और एक बढ़ते आर्थिक संकट से जूझ रहा है। इसका नेतृत्व सेना प्रमुख अब्देल फतह अल-बुरहान ने किया था। तीन दशकों तक शासन करने वाले मजबूत उमर अल-बशीर के 2019 के बाद सत्ता से बाहर हो गए थे। इसके बाद से इस देश में संघर्ष की घटनाएं बढ़ गई हैं।