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Amazon River: मौसम परिवर्तन की मार झेल रही मछलियां, अमेजन नदी का पानी गर्म होने से हजारों डॉल्फिन की मौत

पिछले सप्ताह अमेजन नदी की एक सहायक नदी में 120 डॉल्फिन के शव तैरते हुए मिले। विशेषज्ञों का मानना ​​है कि इन मछलियों की मौत गंभीर सूखे और गर्मी के कारण हुए हैं। पानी में ऑक्सीजन की कमी के कारण हाल ही में अमेजन नदियों में मौजूद हजारों मछलियां मर गईं। इन नदियों में बचे डॉल्फिन को बाहरी इलाके के तालाबों में ट्रांसफर करने की कोशिश चल रही है।

By AgencyEdited By: Piyush KumarUpdated: Tue, 03 Oct 2023 06:08 AM (IST)
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कुछ दिनों पहले अमेजन नदी में 120 डॉल्फिन के शव तैरते हुए मिले। (फोटो सोर्स: रॉयटर्स)

रॉयटर्स, मनौस। अमेजन नदी में रहने वाले मछलियां भी अब मौसम परिवर्तन और गर्मी का शिकार बन रही है। गर्मी की वजह से नदियां सूख रही है और पानी का तापमान बढ़ रहा है। पिछले सप्ताह अमेजन नदी की एक सहायक नदी में 120 डॉल्फिन (Dolphins Fish) के शव तैरते हुए मिले।

गर्मी की वजह से पानी का बढ़ा तापमान

विशेषज्ञों का मानना ​​है कि इन मछलियों की मौत गंभीर सूखे और गर्मी के कारण हुए हैं। शोधकर्ताओं का मानना ​​है कि गंभीर सूखे के दौरान नदी का स्तर कम होने से पानी काफी हद तक ऐसे तापमान तक गर्म हो जाता है जो डॉल्फिन के लिए असहनीय होता है।

(फोटो सोर्स: रॉयटर्स)

बढ़ती गर्मी की वजह से हजारो मछलियों ने गंवाई जान

पानी में ऑक्सीजन की कमी के कारण हाल ही में अमेजन नदियों में मौजूद हजारों मछलियां मर गईं। जान गंवाने वाली मछलियों में गुलाबी रंग की डॉल्फिन मछलियां भी है जो केवल दक्षिण अमेरिका की नदियों में पाई जाती है और दुनिया में बची हुई मुट्ठी भर मीठे पानी की डॉल्फिन प्रजातियों में से एक है।

ब्राजिल के विज्ञान मंत्रालय के साथ काम करने वाले ममिरौआ इंस्टीट्यूट ने जानकारी दी कि सभी मृत डॉल्फिन पिछले सात दिनों में लेक टेफे में मिले। ममिरौआ इंस्टीट्यूट ने आगे बताया कि इन मछलियों की मौत के पीछे की सटीक जानकारी बताना अभी जल्दबाजी होगा।

(फोटो सोर्स: रॉयटर्स)

मछलियों को दूसरे नदी में ट्रांसफर करने की चल रही कोशिश

CNN की रिपोर्ट के मुताबिक, इन नदियों में बचे डॉल्फिन को बाहरी इलाके के लैगून और तालाबों में ट्रांसफर करने की कोशिश चल रही है। हालांकि, यह कार्य इतना आसान नहीं है क्योंकि कुछ वैज्ञानिकों की मानें तो यह कार्य मछलियों की जान को खतरे में डाल सकता है।

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