Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

नेपाल में बाढ़ और भूस्खलन से तबाही, 200 से अधिक की मौत, 33 लापता; हजारों यात्री फंसे

Nepal Flood नेपाल में मूसलधार बारिश ने भारी तबाही मचाई है जहां बाढ़ और भूस्खलन से अब तक 200 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं 33 लोग लापता भी हैं। राजधानी काठमांडू की ओर जाने वाले सभी प्रमुख मार्ग बंद हैं जिससे हजारों यात्री विभिन्न स्थानों पर फंसे हुए हैं। भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए दूतावास ने नेपाली अधिकारियों के साथ समन्वय किया है।

By Agency Edited By: Sachin Pandey Updated: Mon, 30 Sep 2024 10:37 PM (IST)
Hero Image
रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर फंसे हुए लोगों को निकाला जा रहा है। (फोटो- एएनआई)

पीटीआई, काठमांडू। नेपाल में शुक्रवार से हो रही मूसलधार बारिश के कारण आई बाढ़ और भूस्खलन से देश भर की सड़कें बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई हैं। राजधानी काठमांडू की ओर जाने वाले सभी प्रमुख मार्ग बंद हैं। हजारों यात्री विभिन्न स्थानों पर फंसे हुए हैं।

कार्यवाहक प्रधानमंत्री प्रकाश मान सिंह की अगुआई में रविवार को हुई सर्वदलीय बैठक में बचाव राहत तेज करने का निर्णय लिया गया। बाढ़-भूस्खलन से देश में 204 लोगों की मौत हो चुकी है और 33 अन्य लापता हैं। सुरक्षा एजेंसियों को तलाशी, बचाव और राहत के लिए तैनात किया गया है।

भारतीय दूतावास ने साधा संपर्क

नेपाल में भारतीय दूतावास ने कहा कि अधिकारी फंसे हुए भारतीय नागरिकों से संपर्क बनाए हुए हैं। दूतावास ने आपात हेल्पलाइन नंबर स्थापित किया है और भारतीय नागरिकों की सुरक्षित वापसी की व्यवस्था की है। बाढ़ में फंस गए भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए दूतावास ने नेपाली अधिकारियों के साथ समन्वय किया है।

भारत और नेपाल के विभिन्न जिलों से सब्जियों की ढुलाई रुक जाने से बाजार में कीमतें आसमान छू रही हैं। बागमती समेत देश की सभी प्रमुख नदियां खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं। संयुक्त रूप से 1100 मेगावाट क्षमता वाले 20 पनबिजली प्लांट बाढ़-भूस्खलन से क्षतिग्रस्त हो गए हैं।