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Nepal: नेपाली कांग्रेस ने राष्ट्रपति पद के लिए ठोंका दावा, ओली की पार्टी ने कहा- वह भी प्रत्याशी उतारेगी

नेपाल में सबसे बड़ा दल बनने के बावजूद सरकार बनाने से चूकी नेपाली कांग्रेस की नजरें अब राष्ट्रपति पद पर हैं। पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रकाशमान सिंह ने बताया कि नेपाली कांग्रेस ने राष्ट्रपति चुनाव में प्रत्याशी खड़ा करने का फैसला किया है।

By AgencyEdited By: Mohd FaisalUpdated: Tue, 24 Jan 2023 12:22 AM (IST)
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Nepal: नेपाली कांग्रेस ने राष्ट्रपति पद के लिए ठोंका दावा (फाइल फोटो)
काठमांडू, एजेंसी। नेपाल में सबसे बड़े राजनीतिक दल नेपाली कांग्रेस ने कहा है कि आगामी राष्ट्रपति चुनाव में वह अपना प्रत्याशी खड़ा करेगी। यह चुनाव फरवरी के मध्य में होने की संभावना है, यद्यपि चुनाव आयोग ने उसके लिए तारीख की घोषणा नहीं की है। वर्तमान राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी का कार्यकाल इसी साल मार्च में पूरा होगा।

अब राष्ट्रपति पद पर हैं नेपाली कांग्रेस की नजरें

इससे एक महीने पहले नए राष्ट्रपति को चुनने की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। नेपाल में सबसे बड़ा दल बनने के बावजूद सरकार बनाने से चूकी नेपाली कांग्रेस की नजरें अब राष्ट्रपति पद पर हैं। पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रकाशमान सिंह ने बताया कि नेपाली कांग्रेस ने राष्ट्रपति चुनाव में प्रत्याशी खड़ा करने का फैसला किया है। अब वह प्रत्याशी के चयन और उसकी जीत की संभावना पर ध्यान केंद्रित कर रही है।

नेपाली कम्युनिस्ट पार्टी-माओवादी केंद्र के सचिव गणेश शाह बोले

इस बीच नेपाली कम्युनिस्ट पार्टी-माओवादी केंद्र के सचिव गणेश शाह ने कहा है कि राष्ट्रपति पद के प्रत्याशी के लिए उनकी पार्टी राजनीतिक दलों के बीच आम सहमति बनाने के लिए प्रयास करने को तैयार है। हम नेपाली कांग्रेस सहित सभी दलों से इस सिलसिले में बात करने की कोशिश करेंगे। बीती 19 जनवरी को प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष के चुनाव में सदन में सबसे बड़ा दल होने के बावजूद नेपाली कांग्रेस अपना प्रत्याशी जिता पाने में विफल रही थी। उस चुनाव में नेपाली कम्युनिस्ट पार्टी-यूएमएल के प्रत्याशी देवराज घिमिरे जीते थे।

पूर्व प्रधानमंत्री के नेतृत्व वाले गठबंधन ने किया दावा

राष्ट्रपति पद के लिए भी पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के नेतृत्व वाली नेपाली कम्युनिस्ट पार्टी-यूएमएल ने दावा किया है। कहा है कि सत्तारूढ़ गठबंधन में वह सबसे बड़ा दल है, इसलिए राष्ट्रपति पद पर उसका ही दावा बनता है। उल्लेखनीय है कि इसी दल ने नेपाली कम्युनिस्ट पार्टी-माओवादी केंद्र के नेता पुष्प कमल दहल प्रचंड का समर्थन कर उन्हें प्रधानमंत्री बनवाया है, जबकि प्रचंड की पार्टी नेपाली कांग्रेस के साथ मिलकर संसद का चुनाव लड़ी थी।

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