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'हमारा मित्रवत पड़ोसी है', भारत को लेकर बदले नेपाल के PM केपी ओली के सुर, कहा- खुली बातचीत से हो समाधान

Nepal चीन समर्थित माने जाने वाले और कई मौकों पर भारत की कठोर आलोचना कर चुके केपी ओली के सुर फिलहाल बदले नजर आए। एक बुक लॉन्च के अवसर पर उन्होंने भारत को मित्रवत पड़ोसी बताते हुए कहा कि दोनों देशों की संस्कृति समृद्ध है। साथ ही केपी ओली ने समस्याओं को सुलझाने के लिए खुली बातचीत की आवश्यकता पर भी जोर दिया।

By Agency Edited By: Sachin Pandey Updated: Sat, 07 Sep 2024 11:03 PM (IST)
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चीन समर्थक ओली पूर्व में भारत की कठोर आलोचना के लिए जाने जाते हैं। (File Image)
पीटीआई, काठमांडू। नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने शनिवार को कहा कि नेपाल और भारत के बीच समस्याओं का समाधान खुली बातचीत और सौहार्दपूर्ण तरीके से किया जा सकता है। चीन समर्थक ओली पूर्व में भारत की कठोर आलोचना के लिए जाने जाते हैं।

पूर्व प्रशासक सूर्यनाथ उपाध्याय की पुस्तक 'इंटरनेशनल वाटरकोर्सेज लॉ : ए पर्सपेक्टिव ऑन नेपाल-इंडिया कोऑपरेशन' के विमोचन के अवसर पर ओली ने कहा, 'नेपाल और भारत के बीच बहुत ज्यादा नहीं, बल्कि बहुत कम समस्याएं हैं और यदि हम सौहार्दपूर्ण तरीके से बातचीत जारी रखें तो उनका समाधान किया जा सकता है। भारत हमारा मित्रवत पड़ोसी है और नेपाल एवं भारत की संस्कृति समृद्ध है। ऐसे में हमें खुलकर बातचीत करनी चाहिए।'

2020 में बढ़ा था दोनों देशों में तनाव

गौरतलब है कि 2020 में नेपाल द्वारा नया राजनीतिक मानचित्र प्रकाशित किए जाने के बाद दोनों देशों के बीच तनाव पैदा हो गया था। नए मानचित्र में तीन भारतीय क्षेत्रों लिंपियाधुरा, कालापानी और लिपुलेख को नेपाल का दर्शा दिया गया था। बढ़ते घरेलू दबाव का सामना कर रहे तत्कालीन प्रधानमंत्री ओली ने इस मुद्दे का उपयोग करने का प्रयास किया था। ओली ने इससे पहले नेपाल के आंतरिक मामलों में कथित हस्तक्षेप के लिए भारत की सार्वजनिक रूप से आलोचना की थी।