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'कभी नहीं चलाया इंडिया आउट एजेंडा, पीएम मोदी का अपमान करने पर...' भारत दौरे से पहले बदले मुइज्जू के सुर

मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने कहा है कि हमने कभी भी भारत विरोधी एजेंडा नहीं चलाया। मुइज्जू संयुक्त राष्ट्र महासभा के 79वें सत्र में शामिल होने के लिए इस समय न्यूयॉर्क में हैं। उन्होंने आगे कहा कि पीएम मोदी के अपमान करने वाले मंत्रियों के खिलाफ हमने कार्रवाई की। संवाददाताओं के सवालों के जवाब में उन्होंने ये बातें कहीं।

By Agency Edited By: Manish Negi Updated: Fri, 27 Sep 2024 06:58 PM (IST)
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बदले-बदले से मुइज्जू के सुर (फाइल फोटो)

पीटीआई, माले। चीन समर्थक माने जाने वाले मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के सुर बदलने लगे हैं। मुइज्जू ने इस बात से इनकार किया है कि उन्होंने 'भारत को बाहर करो' एजेंडा चलाया था। उन्होंने कहा कि लोग नहीं चाहते थे कि हमारी धरती पर विदशी सेना का एक भी सैनिक रहे, इसलिए हमने भारत से अपने सैनिकों को वापस लेने के संदर्भ में बात की।

किसी देश के खिलाफ कभी नहीं रहे

उन्होंने कहा कि हम कभी भी किसी देश के विरुद्ध नहीं रहे। मुइज्जू संयुक्त राष्ट्र महासभा के 79वें सत्र में शामिल होने के लिए इस समय न्यूयॉर्क में हैं। उन्होंने गुरुवार को संवाददाताओं के सवालों का जवाब देते हुए यह बात कही।

मोदी के अपमान पर की कार्रवाई

मुइज्जू ने जोर देकर कहा कि हमने इंटरनेट मीडिया पर भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का अपमान करने वाले उप मंत्रियों के विरुद्ध कार्रवाई की थी। उल्लेखनीय है कि इन मंत्रियों ने पीएम मोदी द्वारा लक्षद्वीप जाने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए एक्स पर डाले गए पोस्ट पर टिप्पणी की थी। भारत ने इसपर कड़ा विरोध दर्ज कराया था।

भारत और मालदीव के रिश्तों पर तनाव

भारत और मालदीव के बीच नवंबर से संबंध उस समय तनाव में आ गया जब चीन समर्थक झुकाव के लिए जाने जाने वाले मुइज्जू ने मालदीव के राष्ट्रपति के रूप में कार्यभार संभाला। मुइज्जू ने भारत से मालदीव में मौजूद 90 सैनिकों को वापस लेने को कहा। ये सैनिक मालदीव को उपहार में दिए गए तीन विमानन प्लेटफार्म के संचालन के लिए वहां मौजूद थे। इनके स्थान पर एक डोर्नियर एयरक्राफ्ट और दो हेलीकॉप्टरों के रखरखाव के लिए भारतीय तकनीकी कर्मियों को मालदीव भेजा गया।