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न्यूजीलैंड में बढ़ी हैं चरम मौसमी घटनाएं, लचीले बुनियादी ढांचे से पुनर्निर्माण जरूरी- पीएम

न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस हिपकिंस ने मंगलवार को कहा कि पिछले हफ्ते आए विनाशकारी चक्रवात गेब्रिएल के बाद न्यूजीलैंड को तीव्र मौसम की घटनाओं से निपटने के लिए अधिक लचीले बुनियादी ढांचे के साथ पुनर्निर्माण की जरूरत है।

By Achyut KumarEdited By: Achyut KumarUpdated: Tue, 21 Feb 2023 02:01 PM (IST)
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न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस हिपकिंस ने संसद को किया संबोधित
वेलिंगटन, एजेंसी। न्यूजीलैंड में पिछले हफ्ते आए विनाशकारी चक्रवात गेब्रियल की वजह से न्यूजीलैंड के उत्तरी द्वीप पर बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ और 11 लोगों की मौत हो गई। प्रधानमंत्री ने मंगलवार को कहा कि न्यूजीलैंड को तीव्र मौसम की घटनाओं से निपटने के लिए अधिक लचीले बुनियादी ढांचे के साथ पुनर्निर्माण करने की जरूरत है।

सबसे हानिकारक प्राकृतिक आपदा है गेब्रियल

प्रधानमंत्री क्रिस हिपकिंस ने गेब्रियल का जिक्र करते हुए कहा कि यह देश में आने वाली सबसे हानिकारक प्राकृतिक आपदा है। चक्रवात से दो सप्ताह पहले एक और तूफान आया था, जिसने न्यूजीलैंड के सबसे बड़े शहर ऑकलैंड में तबाही मचाई थी। इसमें चार लोगों की मौत भी हो गई थी।

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2018-21 के बीच सड़कों की मरम्मत के काम में दोगुना इजाफा

हिपकिंस ने कहा कि 2021-22 वित्तीय वर्ष में किसानों को बाढ़, तूफान और सूखे से निपटने में मदद करने पर सरकारी खर्च में नौ गुना वृद्धि हुई है। उन्होंने बताया कि 2018 और 2021 के बीच एक वर्ष में औसतन 67 से 140 तक आपातकालीन सड़क के काम की आवश्यकता वाले मौसम की घटनाओं की संख्या दोगुनी से अधिक हो गई है।

250 राज्य राजमार्ग और स्थानीय सड़कों की हुई मरम्मत

इससे पहले आमतौर पर साल में ऐसे सड़कों के काम 67 तक होते थे। सरकार सड़कों की मरम्मत पर फोकस कर रही है। हिपकिंस ने कहा कि लगभग 250 राज्य राजमार्ग और स्थानीय सड़कें सोमवार दोपहर बंद रहीं और इस दौरान कर्मचारी 400 किलोमीटर राजमार्ग की मरम्मत कर रहे थे।

चरम मौसमी घटनाएं तेजी से बढ़ीं

हिपकिंस ने संसद को बताया, "हम जानते हैं कि इसे हम कैसे ठीक करेंगे। मगर, इस बार यह थोड़ा अलग तरीके से किया जाना चाहिए। हमें बेहतर, सुरक्षित और बुद्धिमानी से निर्माण करना है।" उन्होंने कहा कि बेशक न्यूजीलैंड जलवायु परिवर्तन के प्रभावों का अनुभव कर रहा है। चरम मौसमी घटनाएं अब आम बात हो गई हैं और यह बहुत तेज होती जा रही हैं।

अरबों डॉलर के अतिरिक्त निवेश की होगी जरूरत

हिपकिन्स ने कहा, "हमेशा की तरह का काम अब और नहीं चलेगा। हमें यह स्वीकार करना होगा कि जो क्षति हुई है, उसे ठीक करने के लिए अरबों डॉलर के अतिरिक्त निवेश की जरूरत होगी। इसके साथ ही अधिक लचीलापन लाने की जरूरत है, ताकि हम भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं से बेहतर ढंग से निपट सकें।”

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