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मुहम्मद यूनुस ने संभाली बांग्लादेश की कमान, हिंसा रोकने की अपील की; पीएम मोदी ने हिंदुओं की सुरक्षा के लिए कही ये बात

नोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस ने गुरुवार को बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुखिया के रूप में कमान संभाल ली। इस दौरान यूनुस ने देशवासियों से हिंसा रोकने की अपील की। पीएम मोदी ने युनूस को बधाई दी और आश्वासन दिया कि वह भारत-बांग्लादेश की जनता के हितों के लिए काम करने को प्रतिबद्ध हैं। साथ ही उम्मीद जताई कि अंतरिम सरकार हिंदुओं व दूसरे अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी।

By Jagran News Edited By: Jeet Kumar Updated: Fri, 09 Aug 2024 05:49 AM (IST)
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मुहम्मद यूनुस ने संभाली बांग्लादेश की कमान, हिंसा रोकने की अपील की
 जेएनएन, नई दिल्ली। नोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस ने गुरुवार को बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुखिया के रूप में कमान संभाल ली। राष्ट्रपति मुहम्मद शहाबुद्दीन ने 84 वर्षीय यूनुस को पीएम पद के समकक्ष मुख्य सलाहकार के रूप में शपथ दिलाई। इस दौरान यूनुस ने देशवासियों से हिंसा रोकने की अपील की। कहा- कानून व्यवस्था पटरी पर लाना उनकी प्राथमिकता है।

पीएम मोदी ने कही ये बात

इस बीच, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने न केवल युनूस को बधाई दी बल्कि आश्वासन भी दिया कि वह भारत-बांग्लादेश की जनता के हितों के लिए काम करने को प्रतिबद्ध हैं। साथ ही उम्मीद जताई कि अंतरिम सरकार हिंदुओं व दूसरे अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी।

अपने संबोधन में यूनुस ने पूर्व पीएम शेख हसीना की देश से विदाई को दूसरी आजादी बताया। कहा- आज हमारे लिए गर्व का दिन है। अंतरिम सरकार नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी। हम उन षड्यंत्रकारियों पर शिकंजा कसेंगे जिन्होंने हमारी स्वतंत्रता को बाधित करने के लिए अराजक स्थिति और आतंक पैदा किया है।

नए सिरे से चुनाव कराने का काम सौंपा

अंतरिम सरकार को बांग्लादेश में नए सिरे से चुनाव कराने का काम सौंपा गया है। यूनुस की सहायता के लिए सलाहकारों की 16 सदस्यीय परिषद की घोषणा भी की गई है। छात्र आंदोलन के दो प्रमुख नेता मुहम्मद नाहिद इस्लाम और आसिफ महमूद भी इस परिषद का हिस्सा हैं। इससे पूर्व प्रदर्शनकारियों ने अंतरिम सरकार के मुखिया के लिए यूनुस के नाम की सिफारिश की थी।

अल्पसंख्यक समुदायों पर हमलों की हो रही साजिश

पेरिस में इलाजरत यूनुस गुरुवार को ढाका लौटे। हवाई अड्डे पर सेना प्रमुख जनरल वकार-उज-जमां, वरिष्ठ अधिकारी और छात्र नेता उनके स्वागत के लिए पहुंचे। वहां लोगों से अपील करते हुए यूनुस ने कहा कि अगर आपको मुझ पर विश्वास है तो यह सुनिश्चित करना होगा कि देशभर में कहीं किसी पर कोई हमला नहीं होगा। यह हमारी प्राथमिकता है। अगर मैं ऐसा नहीं कर सका और आप मेरी बात नहीं सुनते हैं तो यहां मेरी कोई आवश्यकता नहीं है। उन्होंने अल्पसंख्यक समुदायों पर हमलों को साजिश बताया।

उन्होंने कहा कि देश अब युवाओं के हाथ में है और उनको इसका पुनर्निर्माण करना है। इसके लिए अपनी रचनात्मकता का उपयोग करना होगा। उधर, एक्स पर प्रधानमंत्री मोदी ने लिखा- 'प्रोफेसर मुहम्मद यूनुस को नई जिम्मेदारी संभालने के लिए मेरी हार्दिक शुभकामनाएं। हमें उम्मीद है कि बांग्लादेश में जल्द ही हालात सामान्य होंगे। हिंदुओं व दूसरे अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी। भारत बांग्लादेश के साथ मिलकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध है ताकि दोनों देशों की जनता के लिए शांति, सुरक्षा व विकास सुनिश्चित हो सके।'

राहुल गांधी ने भी यूनुस को बधाई दी

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी यूनुस को बधाई दी। इस बीच दो प्रमुख भारतीय-अमेरिकी सांसदों राजा कृष्णामूर्ति और आर खन्ना ने बांग्लादेश में ¨हदुओं के खिलाफ जारी हिंसा को तत्काल रोकने का आह्वान किया। उधर, अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा कि अमेरिका बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के साथ काम करने को तैयार है। वहां हो रहे बदलावों पर हमारी नजर है।

जानिये मुहम्मद यूनुस के बारे में

- 1940 में अविभाजित भारत के चटगांव में जन्म हुआ।

- 1969 में वेंडरबिल्ट यूनिवर्सिटी, अमेरिका से अर्थशास्त्र में पीएचडी की।

- 1983 में बांग्लादेश में ग्रामीण बैंक की स्थापना की। छोटे लोन देकर करोड़ों लोगों को गरीबी से निकाला।

- 1984 में रेमन मैग्सेसे पुरस्कार से नवाजे गए। 2006 में नोबेल पुरस्कार मिला।

- उनके माइक्रोफाइनेंस माडल को देश व दुनिया में सराहा गया। अमेरिका समेत कई देशों ने इसे अपनाया।

- 2008 में हसीना सरकार ने यूनुस के खिलाफ जांच शुरू की।

- 2011 में ग्रामीण बैंक के प्रबंध निदेशक पद से हटाए गए।

- पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के मुखर विरोधी रहे हैं।

- यूनुस की ससुराल बंगाल के बर्धमान जिले में है।