North Korea: उत्तर कोरिया अपने मुख्य परमाणु संयंत्र में बनाना चाहता है बम ईंधन, अमेरिका-जापान समेत कई देशों ने जताई चिंता
अमेरिका की कई चेतावनी के बाद भी उत्तर कोरिया अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। वहीं संयुक्त राष्ट्र परमाणु एजेंसी और बाहरी विशेषज्ञों ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि उत्तर कोरिया अपने मुख्य परमाणु संयंत्र में बम ईंधन बनाना चाहता है।वहीं किम जोंग उन ने कहा था कि जब कोई दुश्मन उसे परमाणु हथियारों से उकसाएगा तो उत्तर कोरिया परमाणु हमले करने से नहीं हिचकिचाएगा।
एपी, सियोल। अमेरिका की कई चेतावनी के बाद भी उत्तर कोरिया अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। वहीं, संयुक्त राष्ट्र परमाणु एजेंसी और बाहरी विशेषज्ञों ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि उत्तर कोरिया अपने मुख्य परमाणु संयंत्र में बम ईंधन बनाना चाहता है। इसके लिए एक नई सुविधा पर काम किया जा रहा है। वहीं, उत्तर कोरिया के इस कदम से अमेरिका, जापान समेत कई देश चिंतित हैं। वहीं, इससे पहले उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने कहा था कि जब कोई दुश्मन उसे परमाणु हथियारों से उकसाएगा तो उत्तर कोरिया परमाणु हमले करने से नहीं हिचकिचाएगा।
संयुक्त राष्ट्र परमाणु एजेंसी विशेषज्ञ ने जताई चिंता
आईएईए के महानिदेशक राफेल ग्रॉसी ने गुरुवार को कहा कि अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी ने योंगब्योन परमाणु परिसर में प्रकाश-जल रिएक्टर के पास और अक्टूबर के मध्य से गतिविधि के स्तर में वृद्धि देखी है और इसकी शीतलन प्रणाली से पानी का तेज बहाव देखा गया है। ग्रॉसी ने कहा कि अवलोकन प्रकाश-जल रिएक्टर या एलडब्ल्यूआर के चालू होने के अनुरूप थे।
इससे पहले अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि अमेरिका, जापान और दक्षिण कोरिया , उत्तर कोरिया के सामूहिक विनाश के अवैध हथियारों (डब्ल्यूएमडी) और बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रमों के निरंतर विकास के विरोध में एक साथ खड़े हैं ।
अमेरिका, दक्षिण कोरिया और जापान के शीर्ष राजनयिकों ने बुधवार को उत्तर कोरिया के हालिया बैलिस्टिक मिसाइल प्रक्षेपण की निंदा की। उत्तर कोरिया द्वारा शक्तिशाली ह्वासोंग-18 बैलिस्टिक मिसाइल के प्रक्षेपण सहित हथियारों के परीक्षणों की एक रिकॉर्ड-तोड़ श्रृंखला आयोजित करने से तनाव बढ़ गया है।
उत्तर कोरिया के लॉन्च से जापान ने चिंता जाहिर की
उत्तर कोरिया ने सोमवार के मिसाइल लॉन्च में ठोस ईंधन आधारित अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल का इस्तेमाल किया था। इस लॉन्च से जापान ने चिंता जाहिर की थी।बताया जा रहा है कि अमेरिका और दक्षिण कोरिया के एक साथ परमाणु योजना बनाने की बात को लेकर उत्तर कोरिया इन लॉन्च के जरिए शक्ति प्रदर्शन कर रहा है। मालूम हो कि हाल ही में अमेरिका और दक्षिण कोरिया के सैनिकों ने एक साथ युद्धाभ्यास में हिस्सा लिया था।