Move to Jagran APP

उत्तर कोरिया ने समुद्र की ओर दागी बैलिस्टिक मिसाइल, दक्षिण कोरिया इस तरह से देगा जवाब

दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ ने गुरुवार को एक बयान में कहा कि उत्तर के राजधानी क्षेत्र से उत्तर के पूर्वी जल क्षेत्र की ओर एक मिसाइल लॉन्च की गई थी लेकिन माना जाता है कि यह प्रक्षेपण विफलता में समाप्त हुआ। इसमें कोई और विवरण नहीं दिया गया जैसे कि किस प्रकार की मिसाइल दागी गई और उसका क्या हुआ।

By Jagran NewsEdited By: Siddharth ChaurasiyaUpdated: Thu, 23 Nov 2023 09:54 AM (IST)
Hero Image
दक्षिण कोरिया ने कहा है कि उत्तर कोरिया ने समुद्र की ओर बैलिस्टिक मिसाइल दागी है।
एपी, सियोल (दक्षिण कोरिया)। दक्षिण कोरिया ने गुरुवार को कहा कि उत्तर कोरिया ने समुद्र की ओर बैलिस्टिक मिसाइल दागी है, जो संभवत: अपने लक्ष्य तक पहुंचने में विफल रही है। सियोल ने कहा कि वह उत्तर के जासूसी उपग्रह प्रक्षेपण के जवाब में फ्रंट-लाइन हवाई निगरानी फिर से शुरू करेगा।

दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ ने गुरुवार को एक बयान में कहा कि उत्तर के राजधानी क्षेत्र से उत्तर के पूर्वी जल क्षेत्र की ओर एक मिसाइल लॉन्च की गई थी, लेकिन माना जाता है कि यह प्रक्षेपण विफलता में समाप्त हुआ। इसमें कोई और विवरण नहीं दिया गया, जैसे कि किस प्रकार की मिसाइल दागी गई और उसका क्या हुआ।

यह भी पढ़ें: अमेरिका ने यमन में हूती-नियंत्रित क्षेत्रों से लॉन्च किए गए कई ड्रोनों को मार गिराया, हमले में कोई हताहत नहीं

दो महीने में उत्तर कोरिया का पहला ज्ञात हथियार प्रक्षेपण

यह प्रक्षेपण दो महीने से अधिक समय में उत्तर कोरिया का पहला ज्ञात हथियार प्रक्षेपण था। इससे पहले बुधवार को दक्षिण कोरिया ने घोषणा की थी कि उसने उत्तर कोरिया के उपग्रह प्रक्षेपण की प्रतिक्रिया में अंतर-कोरियाई समझौते को आंशिक रूप से निलंबित करने और सीमा पर निगरानी विमान उड़ाना फिर से शुरू करने का फैसला किया है। उत्तर कोरिया ने गुरुवार को दक्षिण कोरिया के कदम की आलोचना करते हुए कहा कि वह जैसे को तैसा की कार्रवाई करते हुए सीमा पर अधिक शक्तिशाली और नए हथियार तैनात करेगा।

बता दें कि दक्षिण कोरिया, अमेरिका और जापान ने मंगलवार रात उत्तर कोरिया के उपग्रह प्रक्षेपण की कड़ी निंदा की, क्योंकि दक्षिण कोरिया का मानना ​​है कि इसका उद्देश्य देश की मिसाइल प्रौद्योगिकी में सुधार के साथ-साथ अंतरिक्ष-आधारित निगरानी प्रणाली स्थापित करना था। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव उत्तर कोरिया द्वारा किसी भी उपग्रह प्रक्षेपण पर रोक लगाते हैं। इसे उसकी लंबी दूरी की मिसाइल प्रौद्योगिकी के परीक्षण के लिए कवर के रूप में देखते हैं। उत्तर का कहना है कि उसे उपग्रह लॉन्च करने का संप्रभु अधिकार है।

यह भी पढ़ें: Israel Hamas War: बंधकों की रिहाई पर बोला इजरायल, कहा- शुक्रवार से पहले गाजा के लोगों को नहीं छोड़ा जाएगा