'वाशिंगटन को वास्तविकता करनी चाहिए स्वीकार', अमेरिकी चेतावनी के बावजूद रूस से संबंध बनाए रखेगा उत्तर कोरिया
उत्तर कोरिया ने शनिवार को कहा कि हथियार लेनदेन को लेकर अमेरिकी चेतावनी के बावजूद रूस के साथ उसका संबंध बना रहेगा। उत्तर कोरियाई विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि अमेरिका को अलग-थलग पड़े देश और रूस के बीच संबंधों की वास्तविकता स्वीकार करनी चाहिए। माना जा रहा है कि प्योंगयांग सैन्य उपग्रह लांच करने के एक और प्रयास में जुटा है।
By Jagran NewsEdited By: Devshanker ChovdharyUpdated: Sun, 12 Nov 2023 12:24 AM (IST)
आईएएनएस, सियोल। उत्तर कोरिया ने शनिवार को कहा कि हथियार लेनदेन को लेकर अमेरिकी चेतावनी के बावजूद रूस के साथ उसका संबंध बना रहेगा। उत्तर कोरियाई विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि अमेरिका को अलग-थलग पड़े देश और रूस के बीच संबंधों की वास्तविकता स्वीकार करनी चाहिए।
सियोल पहुंचे अमेरिकी विदेश मंत्री
सियोल दौरे पर शुक्रवार को पहुंचे अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि उत्तर कोरिया के सैन्य कार्यक्रमों के लिए रूस प्रौद्योगिकी और समर्थन प्रदान कर रहा है। माना जा रहा है कि प्योंगयांग सैन्य उपग्रह लांच करने के एक और प्रयास में जुटा है।
ब्लिंकन की इस टिप्पणी की आलोचना करते हुए प्योंगयांग ने कहा है कि इस तरह की गैर जिम्मेदाराना और भड़काऊ टिप्पणियां कोरियाई प्रायद्वीप में राजनीतिक एवं सैन्य तनाव बढ़ाती हैं।
किम जोंग और पुतिन की हुई थी मुलाकात
गौरतलब है कि सितंबर में उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शिखर वार्ता की थी। इस वार्ता में परोक्ष रूप से हथियार समझौता हुआ था, जिसके तहत उत्तर कोरिया ने यूक्रेन युद्ध के लिए रूस को युद्ध सामग्री और हथियार प्रदान किए थे।
उत्तर कोरिया और रूस के बीच गहरे सैन्य सहयोग ने इस संभावना को बल दिया है कि प्योंगयांग को लंबी दूसरी के मिसाइल कार्यक्रम के लिए मास्को तकनीकी सहायता दे सकता है।