North Korea: उत्तर कोरिया पर प्रतिबंधों का नहीं कोई असर, अगले साल तीन नए जासूसी उपग्रह करेगा लॉन्च
प्योंगयांग ने अब दक्षिण कोरिया के साथ एकजुट होने की संभावना से इनकार कर दिया है उन्होंने कहा कि देश को दक्षिण कोरिया के प्रति अपने सिद्धांत और दिशा को मौलिक रूप से बदलना होगा। उत्तर कोरिया का कहना है कि उसने 21 नवंबर को अपना पहला सैन्य जासूसी उपग्रह सफलतापूर्वक लॉन्च किया जिसमें व्हाइट हाउस पेंटागन अमेरिकी सैन्य अड्डों और दक्षिण कोरिया में टार्गेट एरिया की तस्वीरें भेजी गईं।
रॉयटर्स, सियोल। उत्तर कोरिया कहना है कि वो अगले साल तीन अतिरिक्त जासूसी उपग्रहों को लॉन्च करेगा इसके साथ ही और सेना को आगे बढ़ाने के लिए मानव रहित हवाई वाहनों का निर्माण भी करेगा। राज्य मीडिया केसीएनए ने रविवार को इस बारे में रिपोर्ट दी।
यह योजना एक अहम बैठक में किम के संबोधन के हिस्से के रूप में पेश की गई थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि देश के पास अपनी परमाणु महत्वाकांक्षाओं को आगे बढ़ाने और अमेरिका विरोधियों के साथ गहरे संबंध बनाने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। उत्तर कोरिया जैसे देशों को अमेरिका के अभूतपूर्व टकरावपूर्ण कदमों का सामना करना पड़ रहा है, इस संदर्भ में संभवतः रूस भी शामिल है।
किम ने यह भी कहा कि प्योंगयांग ने अब दक्षिण कोरिया के साथ एकजुट होने की संभावना से इनकार कर दिया है, उन्होंने कहा कि देश को दक्षिण कोरिया के प्रति अपने सिद्धांत और दिशा को मौलिक रूप से बदलना होगा।
लगे थे कई प्रतिबंध
उत्तर कोरिया का कहना है कि उसने 21 नवंबर को अपना पहला सैन्य जासूसी उपग्रह सफलतापूर्वक लॉन्च किया, जिसमें व्हाइट हाउस, पेंटागन, अमेरिकी सैन्य अड्डों और दक्षिण कोरिया में टार्गेट एरिया की तस्वीरें भेजी गईं। इस कदम से क्षेत्रीय तनाव बढ़ गया और अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, जापान और दक्षिण कोरिया पर नए प्रतिबंध लग गए।
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