अमेरिका के साथ युद्ध करेगा उत्तर कोरिया? किम जोंग उन के इस आदेश से दुनिया भर में मची खलबली
उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन के एक आदेश से दुनिया भर में खलबली मच गई है। ऐसी संभावना है कि अमेरिका के खिलाफ उत्तर कोरिया युद्ध का एलान कर सकता है क्योंकि इस महीने अमेरिका और दक्षिण कोरिया के बीच होने वाले ग्रीष्मकालीन युद्धाभ्यास को किम जोंग उन ने परमाणु युद्ध का पूर्वाभ्यास बताया है। उन्होंने सेना को युद्ध के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया है।
By AgencyEdited By: Achyut KumarUpdated: Mon, 14 Aug 2023 08:48 AM (IST)
सियोल, रायटर। उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन (North Korean leader Kim Jong Un) ने मिसाइलों और तोपखाने के गोले का उत्पादन बढ़ाने का आदेश दिया है, ताकि देश 'भारी सैन्य शक्ति' सुरक्षित कर सके और युद्ध के लिए तैयार रह सके। राज्य मीडिया केसीएनए ने सोमवार को यह जानकारी दी।
किम ने यह आदेश तब दिया, जब उन्होंने शुक्रवार और शनिवार को सामरिक मिसाइलों, मिसाइल प्रक्षेपण प्लेटफार्मों, बख्तरबंद वाहनों और तोपखाने के गोले बनाने वाली प्रमुख युद्ध सामग्री फैक्ट्रियों का दौरा किया।
बड़े पैमाने पर हथियारों के उत्पादन का आदेश
किम जोंग उन ने अपने निरीक्षण के दौरान हथियारों के बड़े पैमाने पर उत्पादन का आदेश दिया। उनका यह निरीक्षण दक्षिण कोरिया और अमेरिका द्वारा वार्षिक सैन्य अभ्यास शुरू करने के कुछ दिन पहले किया गया है। उत्तर कोरिया इस अभ्यास को युद्ध के पूर्वाभ्यास के रूप में देखता है।युद्ध तैयारियों को तेज करने में कारखाने की बड़ी जिम्मेदारी
किग ने कहा कि युद्ध की तैयारियों का गुणात्मक स्तर युद्ध सामग्री उद्योग के विकास पर निर्भर करता है और हमारी सेना की युद्ध तैयारियों को तेज करने में कारखाने की बड़ी जिम्मेदारी है। केसीएनए ने कहा कि अन्य संयंत्रों में, किम ने एक नए लड़ाकू बख्तरबंद वाहन का निरीक्षण किया और चलाया।
रॉकेटों का उत्पादन तेजी से बढ़ाने का आदेश
किम ने बड़े-कैलिबर मल्टीपल रॉकेट लॉन्चर राउंड के लिए उत्पादन लाइनों के आधुनिकीकरण में हालिया प्रगति की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि अग्रिम पंक्ति की तोपखाने इकाइयों को मजबूत करने के लिए ऐसे रॉकेटों के उत्पादन को 'तेजी से बढ़ाने' की 'बहुत तत्काल आवश्यकता' है। किम ने कहा,
हमारी सेना को किसी भी समय किसी भी युद्ध से निपटने के लिए जबरदस्त सैन्य शक्ति और ठोस तैयारी सुनिश्चित करनी चाहिए, ताकि दुश्मन बल प्रयोग करने की हिम्मत न कर सके और अगर वह ऐसा करता है तो उसे नष्ट कर दिया जाए।