नॉर्वे, स्पेन और आयरलैंड...तीनों देशों ने फलस्तीन को राष्ट्र के रूप में क्यों दी मान्यता? इजरायल के लिए बड़ा झटका!
स्पेन के प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज ने कहा कि स्पेनिश मंत्रिमंडल मंगलवार सुबह की बैठक में फलस्तीन को राष्ट्र के रूप में मान्यता देगी। उन्होंने कहा कि यह एक ऐतिहासिक निर्णय है और इसका लक्ष्य इजरायलियों और फलीस्तनियों के बीच शांति बनाने में मदद करना है। नार्वे के विदेश मंत्री एस्पेन बार्थ ईड ने कहा कि 30 साल से अधिक समय से नार्वे फलस्तीन राष्ट्र की वकालत करता रहा है।
एपी, बार्सिलोना। स्पेन-नार्वे ने आयरलैंड के साथ मंगलवार को फलस्तीन को राष्ट्र के रूप में औपचारिक रूप से मान्यता दे दी। इजरायल ने इस कूटनीतिक कदम की आलोचना की। हालांकि इसका गाजा में जारी युद्ध पर कोई तत्काल प्रभाव नहीं पड़ेगा लेकिन युद्ध रोकने के लिए तेल अवीव पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ जाएगा।
स्पेन के प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज ने कहा कि स्पेनिश मंत्रिमंडल मंगलवार सुबह की बैठक में फलस्तीन को राष्ट्र के रूप में मान्यता देगी। उन्होंने कहा कि यह एक ऐतिहासिक निर्णय है और इसका लक्ष्य इजरायलियों और फलीस्तनियों के बीच शांति बनाने में मदद करना है। नार्वे के विदेश मंत्री एस्पेन बार्थ ईड ने कहा कि 30 साल से अधिक समय से नार्वे फलस्तीन राष्ट्र की वकालत करता रहा है। आज फलस्तीन को राष्ट्र के रूप में मान्यता देने का निर्णय नार्वे व फलस्तीन के संबंधों के बीच मील का पत्थर साबित होगा।
इजरायल के विदेश मंत्री इजरायल काट्ज ने स्पेन पर निशाना साधते हुए एक्स पर कहा कि सांचेज सरकार यहूदियों के खिलाफ नरसंहार व युद्ध अपराध को भड़काने की कोशिश कर रही है। यूरोपियन संघ के दो सदस्य देशों द्वारा राजनयिक मान्यता दिए जाने के बाद इजरायल और यूरोपियन संघ के संबंधों में तल्खी आ गई है।