फ्रांस में पेंशन सुधार बिल पर राष्ट्रपति मैक्रों की बढ़ी मुश्किले, अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी में विपक्ष
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों को देश में पेंशन सुधारों पर बडे स्तर पर विरोध-प्रदर्शन का सामना करना पड़ रहा है। इस बीच राष्ट्रपति मैक्रों के खिलाफ विपक्षी दलों ने अविश्वास प्रस्ताव लाने की घोषणा की है। फोटो- एपी।
By AgencyEdited By: Sonu GuptaUpdated: Sat, 18 Mar 2023 12:07 AM (IST)
पेरिस, रायटर। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों को देश में पेंशन सुधारों पर बडे स्तर पर विरोध-प्रदर्शन का सामना करना पड़ रहा है। आम लोग मैक्रों के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इस बीच, राष्ट्रपति मैक्रों के खिलाफ विपक्षी दलों ने अविश्वास प्रस्ताव लाने की घोषणा की है। ट्रेड यूनियनों ने श्रमिकों से शुक्रवार को हड़ताल तेज करने का आग्रह किया, जिसके कारण पेरिस रिंग रोड को कुछ समय के लिए जाम कर दिया।
लोग चाहते हैं, संसद में हो पेंशन का फैसला
मालूम हो कि देश में पेंशन सुधारों में सेवानिवृत्ति आयु को दो वर्ष बढ़ाकर 64 वर्ष कर दी गई है। वहीं, कर्मचारी इस आयु को 62 वर्ष ही रखना चाहते हैं। देश में 10 में से आठ लोग चाहते हैं कि पेंशन सुधारों का फैसला संसद में मतदान से हो और 65 प्रतिशत हड़ताल और विरोध-प्रदर्शन जारी रखना चाहते हैं। विरोध करने वाले लोगों का कहना है कि इतने महत्वपूर्ण निर्णय को संसद की सहमति के बिना किया जाना लोकतंत्र के खिलाफ है।
श्रमिक संघ जारी रखेंगे विरोध
फ्रांस की यूनियनों ने इस मामले पर कहा है कि वे अपनी लामबंदी जारी रखेंगे ताकि सरकार को पेंशन सुधारों पर यू-टर्न लेने के लिए मजबूर किया जा सके। आने वाले दिनों में और अधिक विरोध-प्रदर्शन किए जाएंगे। मालूम हो कि जनवरी से लेकर अब तक इस मुद्दे पर आठ दिन देशव्यापी विरोध-प्रदर्शन हुए हैं।प्रदर्शन के दौरान 310 लोग गिरफ्तार
देश के गृह मंत्री गेराल्ड डार्मेनिन ने कहा कि विरोध करने वालों में से पुलिस ने अब तक करीब 310 लोगों को गिरफ्तार किए हैं। इस मामले में प्रदर्शनकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन ठीक है लेकिन अशांति फैलाने वालों को स्वीकार नहीं किया जाएगा।