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हिजाब विरोधी आंदोलन के समर्थन में आस्कर विजेता अभिनेत्रियों ने बाल काट कर पोस्ट किए वीडियो

आस्कर विजेता फ्रेंच अभिनेत्रियों जुलिएट बिनोचे मैरिअन कोटिलर्ड समेत 50 से अधिक फ्रांसीसी महिला कलाकारों ने प्रतीकात्मक रूप से अपने बाल काटकर ईरान के हिजाब विरोधी आंदोलन का समर्थन किया है। महिलाओं की आबादी का समर्थन करने की बात कहते हुए जुलिएट बिनोशे ने बुधवार को वीडियो पोस्ट किए हैं।

By AgencyEdited By: Arun kumar SinghUpdated: Wed, 05 Oct 2022 08:10 PM (IST)
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आस्कर विजेता फ्रेंच अभिनेत्रियों जुलिएट बिनोचे, मैरिअन कोटिलर्ड
 पेरिस, एपी। ईरान में हिजाब के विरोध में उग्र प्रदर्शन जारी है। दूसरे देशों में भी इसका समर्थन लगातार बढ़ रहा है। आस्कर विजेता फ्रेंच अभिनेत्रियों जुलिएट बिनोचे, मैरिअन कोटिलर्ड समेत 50 से अधिक फ्रांसीसी महिला कलाकारों ने प्रतीकात्मक रूप से अपने बाल काटकर ईरान के हिजाब विरोधी आंदोलन का समर्थन किया है। महिलाओं की आबादी का समर्थन करने की बात कहते हुए जुलिएट बिनोशे ने बुधवार को वीडियो पोस्ट किए हैं। इसमें वह कैंची से अपने सिर के बाल काटते हुए दिख रही हैं। फ्रांसीसी अभिनेत्रियां इसाबेल अदजानी, बेरेनिस बेजो, जूलियट बिनोचे, लार कैलामी, मैरियन कोटिलार्ड, जूली गेएट, शार्लोट गेन्सबर्ग, इसाबेल हुपर्ट और एलेक्जेंड्रा लैमी उन लोगों में से थीं, जिन्होंने अपने बाल काटते हुए खुद की तस्वीरें साझा कीं।

यूरोप में हिजाब विरोधी प्रदर्शन को मिल रहा समर्थन

#HairForFreedom हैशटैग से इस तरह के तमाम वीडियो बहुप्रसारित हो रहे हैं। वही, बुधवार को इंटरनेट मीडिया पर ईरान के स्कूली छात्राओं का वीडियो प्रसारित हो रहा है जिसमें तानाशाह की मौत का नारा लगाते दिख रही हैं। हालांकि रायटर ने इसे अपुष्ट बताया है।

इसी तरह, यूरोपीय यूनियन की असेंबली में भाषण के दौरान यूरोपीय संसद की एक स्वीडिश सदस्य ने भी अपने बाल काटकर महसा अमीनी का समर्थन किया है। इराकी मूल की अबीर अल साहलानी ने फ्रांस में स्ट्रासबर्ग स्थित यूरीपीय संसद में मंगलवार को हिजाब विरोधी प्रदर्शन का समर्थन करते हुए कहा कि जब तक ईरान में महिलाओं को आजादी नहीं मिल जाती, तब तक हम आपके साथ खड़े हैं।

ईरान ने ब्रिटेन के राजदूत को दूसरी बार किया तलब

दुबई, रायटर। ईरान ने ब्रिटेन के राजदूत सिमन शेरक्लिफ को दूसरी बार समन जारी कर हिजाब विरोधी आंदोलन को भड़काने का आरोप लगया है। यह समन ब्रिटेन के विदेश मंत्री जेम्स क्लीवर्ली द्वारा ईरानी प्राधिकारियों से शांतिपूर्ण प्रदर्शन का सम्मान करने व गलत तरीके से हिरासत में लिए गए प्रदर्शनकारियों को छोड़ने के अनुरोध करने के दो दिन बाद आया है।

हिरासत में अमिनी की मौत के बाद ईरान में भड़का आंदोलन

ज्ञात हो कि ईरान के सख्त धार्मिक कानूनों के अनुसार हिजाब ठीक से नहीं पहनने और बालों का खुला छोड़ने पर गिरफ्तार होने के बाद 16 सितंबर को पुलिस हिरासत में 22 वर्षीय अमिनी की मौत हो गई थी। पुलिस का कहना है कि उसकी मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई थी, लेकिन प्रत्यक्षदर्शियों और हिरासत में लिए गए लोगों के साथ युवती ने कहा कि उसे बुरी तरह पीटा गया है। उसके परिवार अमिनी को किसी प्रकार की दिल की बीमारी से इंकार किया। उसके पूरे ईरान में आंदोलन भड़क उठा। इसमें सैकड़ों लोगों की मौत हो गई।

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